250 भारतीयों को बुखारेस्ट से लेकर दूसरी उड़ान दिल्ली पहुंची, 240 नागरिकों को लेकर आ रही तीसरी फ्लाइट

नई दिल्ली
रूस के हमले से यूक्रेन में फंसे 250 भारतीय नागरिकों को बुखारेस्ट (रोमानिया) से लेकर दूसरी उड़ान दिल्ली हवाई अड्डे पर पहुंची गई। केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया और विदेश राज्य मंत्री वी. मुरलीधरन ने बुखारेस्टके रास्ते यूक्रेन से सुरक्षित निकाले गए भारतीयों का हवाईअड्डे पर स्वागत किया। इस बीच बुडापेस्ट (हंगरी) से 240 भारतीय नागरिकों को लेकर ऑपरेशन गंगा के तहत तीसरी उड़ान दिल्ली के लिए रवाना हुई है। केंद्रीय मंत्री सिंधिया ने कहा, "हमने कई बच्चों से बात की, वीरता व साहस से उन्होंने अपनी जिम्मेदारी निभाई है, हमने इसकी सराहना की। उनसे अनुरोध किया कि अपने सहभागियों-मित्रों से जरूर कहें कि सरकार का ये अभियान तब तक जारी रहेगा जबतक की सभी नागरिकों को सुरक्षित भारत ना ले आएं।"
'10,000 से ज्यादा भारतीय छात्र यूक्रेन में फंसे'
यूक्रेन से सुरक्षित निकाले गए भारतीय छात्र आतिश नागर ने कहा कि 10,000 से ज्यादा भारतीय छात्र वहां फंसे हुए हैं, हम चाहते हैं कि उन्हें भी जल्द भारत लाया जाए। सरकार से हमें उम्मीद है कि वे जल्द उन्हें भी यहां ले आएंगे। वहीं, एक अन्य छात्र ने कहा कि छात्र डरे हुए हैं लेकिन यूक्रेन के अन्य क्षेत्रों की तुलना में जिस शहर में हम रह रहे थे (रोमानिया सीमा के पास) वहां स्थिति काफी बेहतर है।
'कुछ छात्र 9-10 किमी पैदल चलकर आए'
एयर इंडिया के विशेष विमान से छात्रों को लेकर आई केबिन क्रू प्रभारी रजनी पॉल ने कहा, "हमें गर्व है कि हम भारतीयों को वापस उनके घर पहुंचाने के लिए इस ऑपरेशन का हिस्सा बने हैं। कुछ छात्र पिकअप पॉइंट तक पहुंचने के लिए अपना सामान लेकर 9-10 किमी पैदल चलकर आए।"
पहली उड़ान शनिवार शाम करीब 7:50 बजे मुंबई हवाई अड्डे पर पहुंची
रोमानिया की राजधानी बुखारेस्ट से पहली उड़ान शाम करीब 7:50 बजे मुंबई हवाई अड्डे पर पहुंची। केन्द्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने संकटग्रस्त यूक्रेन से लौटे लोगों की आगवानी की। भारत ने युद्ध ग्रस्त यूक्रेन से अपने लोगों की वापसी का अभियान तेज कर दिया है। ऐसी सूचना है कि यूक्रेन में भारतीय अधिकारियों को अपने लोगों को पड़ोसी देशों में ले जाने में कई मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। यूक्रेन में फिलहाल करीब 16,000 भारतीय फंसे हुए हैं।