भारत में 15 साल से कम के बच्चों को वैक्सीन का कोई प्लान नहीं
नई दिल्ली
केंद्र सरकार के पास फिलहाल 15 साल से कम उम्र के बच्चों को वैक्सीन लगाने की कोई योजना नहीं है। एक वरिष्ठ अधिकारी ने इस बात की जानकारी दी है। कोरोना वायरस के ओमिक्रॉन वेरिएंट ने सरकार की चिंता बढ़ा रखी है। संक्रमण के खतरे को देखते हुए अगले महीने से 15-18 साल के बच्चों को कोविड-19 की वैक्सीन देश में दी जाएगी। हालांकि, कई ऐसे देश हैं जो पहले से ही बच्चों को कोरोना से लड़ने वाली वैक्सीन दे रहे हैं। कुछ देशों में यह वैक्सीन 5 साल के बच्चों को भी लगाई जा रही है।
15-18 साल के बच्चों की टीकाकरण
एक अधिकारी ने नाम ना बताने की शर्त में कहा, 'वैज्ञानिकी डेटा से यह पता चलता है कि दुनिया भर में इस वायरस से बच्चे बहुत व्यापक पैमाने पर प्रभावित नहीं हो रहे हैं। शुरू में हमने तय किया था कि वैक्सीन सिर्फ वयस्कों को दी जाएगी, लेकिन अब यह महसूस होने लगा है कि 15-18 एज ग्रुप के युवा स्कूल, कॉलेज और अन्य सभी जगहों पर जाते हैं। इसलिए उन्हें वायरस से खतरा हो सकता है।
बता दें कि केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने 15-18 साल के किशोरों के कोरोना टीकाकरण, स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं एवं अग्रिम पंक्ति के कार्यकर्ताओं तथा बुजुर्गों को एहतियाती खुराक के लिए दिशा-निर्देश जारी कर दिए हैं जो तीन जनवरी से प्रभावी होंगे। जिन किशोरों का जन्म 2007 या उससे पहले हुआ है, वह टीका लगा सकेंगे। उन्हें सिर्फ कोवैक्सीन का टीका लगेगा।