बेंगलूरु। भारत के बेहद अहम मिशन चंद्रयान-3 में एक और बडी उपलब्धि जुडी है। इसरो ने जानकारी देकर बताया कि चंद्रयान—3 के लैंडर विक्रम का इंजन दोबारा स्टार्ट कर इसे छोटी सी उडान दी गई। हालांकि उडान कुछ ही सेंटीमीटर की थी, लेकिन इससे भविष्य में चांद से किसी यान को दोबारा धरती पर लाने की दिशा में बेहद अहम माना जा रहा है।
क्या है मामला
इसरो ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो अपलोड कर जानकारी दी कि 23 अगस्त को चंद्रमा की सतह पर चंद्रयान—3 सफलतापूर्वक उतरा था। जिस प्वाइंट पर चंद्रयान-3 की लैंडिंग हुई, उसका नाम भारत ने ‘शिव शक्ति’ प्वाइंट रखा है। इधर इसरो ने चांद के दक्षिणी हिस्से में रात घिर आने पर रोवर प्रज्ञान को स्लीप मोड पर भेज दिया है। अब यह 23 सितंबर को जागेगा। इधर प्रज्ञान के स्लीप मोड पर जाने के बाद लैंडर विक्रम को 40 सेमी की उडान दी गई। यह यान धीमे से उडा और थोडी दूरी तय कर चांद की सतह पर उतर आया।
काउंटडाउन को आवाज देने वाली वैज्ञानिक वलारमथी का निधन
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) की वैज्ञानिक वलारमथी का दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया है। वलारमथी ने इसरो के कई सफल रॉकेट प्रक्षेपणों में काम किया था। चंद्रयान-3 की लॉन्चिंग काउंटडाउन को भी अपनी आवाज दी थी