
सीहोर। बुदनी को विकास का मॉडल बनाने के लिए बनाए गए प्रज्ज्वल बुदनी प्रोजेक्ट के तहत अब तक क्या-क्या कार्य हुए हैं और वर्तमान में कार्यों की क्या स्थिति है। इन सब बातों से कलेक्टर चंद्रमोहन ठाकुर ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान सहित मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैस एवं अधिकारियों को अवगत कराया। दरअसल मुख्यमंत्री ने बुधवार को मंत्रालय में प्रज्ज्वल बुदनी प्रोजेक्ट की समीक्षा बैठक बुलाई थी। इसमें कलेक्टर चंद्रमोहन ठाकुर शामिल हुए थे।
कलेक्टर चंद्रमोहन ठाकुर ने मुख्यमंत्री सहित अन्य अधिकारियों को कार्यों की स्थिति से अवगत कराते हुए बताया कि सीहोर जिले के ग्राम लाचोर में हाल ही में औद्योगिक क्षेत्र के लिए 53 हेक्टेयर भूमि चयनित की गई है। गत मार्च माह से फूड प्रोसेसिंग इकाई द्वारा ग्राम जरार्पुर और बासपुरा में कार्य प्रारंभ करने के पश्चात फूड प्रोसेसिंग जोन की स्थापना प्रगति पर है। प्रदेश में नवीन औद्योगिक क्षेत्रों के विकास के लिए राज्य शासन द्वारा आवश्यक सुविधाएं देते हुए युवाओं को रोजगार दिलवाने का कार्य निरंतर चल रहा है। इसके लिए 20.8 हेक्टेयर भूमि आवंटित कर औद्योगिक संस्थान को आधिपत्य प्रदान किया गया है।
अब बुदनी के खिलौने स्टेशनों पर भी बिकेंगे-
बुधनी में लकड़ी के कलात्मक खिलौनों की ख्याति दूर-दूर तक है। इन खिलौनों की बिक्री के लिए होशंगाबाद रेलवे स्टेशन पर स्टॉल प्रारंभ होगा। इटारसी और भोपाल के स्टेशन रानी कमलापति पर भी ऐसे स्टॉल खुलेंगे। क्षेत्र में टॉय कलस्टर के लिए हस्तशिल्प विकास निगम द्वारा खिलौना निमार्ताओं और काष्ठ शिल्पियों को आवश्यक सुविधाएं प्रदान की जा रही है।
पर्यटक स्थल के रूप में विकसित होंगे स्पॉट-
बैठक में सीहोर कलेक्टर चंद्र मोहन ठाकुर द्वारा आंगनवाड़ी केंद्रों के माध्यम से संचालित कुपोषण मुक्ति के अभियान, बांस क्लस्टर विकास, टपकेश्वर, बरखेड़ा और दिगंबर, सारू-मारू गुफाओं के नजदीक ईको-टूरिज्म के विकास, अमरगढ़ जल प्रपात के निकट पर्यटकों की सुविधा के लिए पैगोडा निर्माण, एफपीओ के गठन, मृदा परीक्षण प्रयोगशालाओं को क्रियाशील बनाने पैक हाऊस के निर्माण, ड्रिप और मिनी स्प्रिकलर से सिंचाई को प्रोत्साहन, पांच मिल्क रूट कार्यशील स्थिति में पहुंचाने विभिन्न स्थानों पर खेल स्टेडियम के निर्माण, छात्रावास निर्माण, महाविद्यालयों में फर्नीचर और अन्य उपकरण उपलब्ध कराने, अजीम प्रेमजी फाउंडेशन के समन्वय से बुधनी और नसरूल्लागंज में शिक्षण केंद्र स्थापना, सलकनपुर स्थित मां विजयासन देवी मंदिर परिसर में विकास कार्य, रमईया आयुमेर्घा बैंगलोर द्वारा योग नेचर पार्क के लिए सहयोग, आयुष औषाधालयों को हेल्थ एंड वेल्नेंस सेंटर में परिवर्तित करने, स्वास्थ्य केंद्रों के भवन निर्माण, नगरीय विकाय, स्वच्छ भारत मिशन के लिए सामुदायिक डस्टबिन वितरण, नीलकंठ जलप्रदाय योजना आदि से संबंधित जानकारी दी गई।



