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सीहोर : कुबेरेश्वर धाम में 7 मार्च से भव्य रुद्राक्ष महोत्सव, भोपाल-इंदौर राजमार्ग पर प्रतिबंधित रहेंगे भारी वाहन

- रुद्राक्ष महोत्सव से पहले सीहोर के सभी होटल, धर्मशालाएं हुईं बुक, विठलेश सेवा समिति एवं जिला प्रशासन ने भी शुरू की तैयारियां

सीहोर। कुबेरेश्वर धाम में 7 मार्च से भव्य रुद्राक्ष महोत्सव और शिवमहापुराण कथा का आयोजन होने जा रहा है। कार्यक्रम में आने वाले श्रद्धालुओं की सुरक्षा एवं यातायात सुगम बनाए रखने के लिए मार्गों का डायवर्सन किया गया है। यह कथा 13 मार्च तक चलेगी। आयोजन समिति द्वारा 5 लाख से अधिक श्रद्धालुओं के आने की जानकारी दी गई है। कार्यक्रम के दौरान 8 मार्च को महाशिवरात्रि पर्व के उपलक्ष्य में उज्जैन से आने वाले श्रद्धालु, उज्जैन दर्शन उपरांत जिले में स्थित कुबेरेश्वर धाम में कार्यकम आयोजन में भी सम्मिलित होंगे। शिवमहापुराण कथा में प्रतिदिन लाखों श्रद्धालुओं का मध्यप्रदेश सहित अन्य राज्यों से सड़क मार्ग द्वारा आवागमन होगा, जिससे दुर्घटना की संभावना बनी रहती है। भोपाल से इंदौर जाने वाले भारी वाहनों के लिए भोपाल से श्यामपुर, ब्यावरा होते हुए इंदौर जा सकेंगे (तूमड़ा दोराहा जोड़ होते हुए), इंदौर से भोपाल जाने वाले भारी वाहनों को देवास से व्यावरा, श्यामपुर होते हुए भोपाल जा सकेंगे। रूद्राक्ष महोत्सव से पहले सीहोर के सभी होटल, सामाजिक धर्मशालाएं बुक हो चुकी हैं।
ऐसा रहेगा रोड डायवर्सन-
5 से 13 मार्च तक सीहोर में आयोजित शिव महापुराण कथा कार्यकम में आने वाले श्रद्धालुओं की सुरक्षा को दृष्टिगत रखते हुए भारी यातायात को सीहोर-आष्टा हाईवे मार्ग से संचालित न कर डायवर्सन किया गया हैं। इसके अतिरिक्त भोपाल से सीधे आष्टा, देवास इंदौर जाने वाले सभी छोटे वाहन एवं यात्री बस सीहोर स्थित क्रिसेंट चौराहा से भाऊखेड़ी जोड़ एवं अमलाहा होते हुए इंदौर को ओर जाएंगे। इसी प्रकार इंदौर से भोपाल सीहोर जाने वाले वाहन अमलाहा से भाऊखेड़ी जोड़ एवं क्रिसेंट चौराहा होते हुए सीहोर, भोपाल जा सकेंगे। केवल कुबेरेश्वर धाम जाने वाले वाहन ही सीधे हाईवे से जा सकेंगे। अन्य सभी वाहनों को डायवर्सन मार्ग से ही संचालित किया जाएगा।
होटल, धर्मशालाएं बुक, अधिकारियों ने किया निरीक्षण-
भव्य रूद्राक्ष महोत्सव के आयोजन को लेकर तैयारियां की जा रही हैं। इस महोत्सव को लेकर शहर के सभी होटल, गेस्ट हाउस और धर्मशालाएं बुक हो चुकी हैं। इसके अलावा धाम के आस-पास के क्षेत्र के ग्रामीणों ने अपने घरों में ठहराने की व्यवस्था की है। आयोजन को लेकर अधिकारियों के साथ में विठलेश सेवा समिति के व्यवस्थापक पंडित समीर शुक्ला, विनय मिश्रा सहित अन्य ने यहां पर व्यवस्थाओं का जायजा लिया। कुबेरेश्वर धाम आने वाले श्रद्धालुओं के वाहनों के लिए धाम के आस-पास के स्थानों पर पार्किंग व्यवस्था की जा रही है। इस बार प्रशासन द्वारा 200 से 300 एकड़ में वाहनों की पार्किंग की व्यवस्था की जाएगी। कथा का श्रवण करने वालों के लिए समिति के द्वारा डोम लगाए जा रहे हैं, जिसमें करीब पांच लाख से अधिक श्रद्धालु कथा का श्रवण कर सकते हैं।
अत्याधुनिक ऑटोमैटिक रसोई घर भी तैयार-
धाम पर आने वाले श्रद्धालुओं के लिए अत्याधुनिक और आटोमेटिक किचन का शुभारंभ हो गया है। मंदिर परिसर में करीब 50 एकड़ से अधिक हिस्से में गौशाला, शिवलिंग का निर्माण सहित अन्य निर्माण कार्य जारी है। 21 हजार स्क्वायर फीट से अधिक हिस्से में आधुनिक रसोईघर का निर्माण किया गया है। देश की सबसे अत्याधुनिक और आटोमेटिक किचन में एक वक्त में 50 हजार से अधिक लोग भोजन प्रसादी प्राप्त कर पाएंगे और अगर एक दिन की क्षमता की बात करें तो तीन लाख श्रद्धालुओं को भोजन प्रसादी उपलब्ध हो सकेगी। कुबेरेश्वर धाम के आधुनिक किचन में पूरी तरह भांप से भोजन तैयार होगा। ये ऑटोमोडेड रहेगा। बड़े-बड़े वैजल्स है, जिसमें दाल, चावल, सब्जियों के लिए टाइमर सेट रहता है, ऑटोमेटिक चपाती मशीन से निकलती है, कोल्ड स्टोरेज होगा, इसमें डिश वॉशर भी रहेंगे। इस भोजशाला में एक लाख से अधिक लोग भोजन कर लें और आवश्यकता अनुसार भोजन भी तैयार किया जाता है। शिर्डी, तिरुपति बालाजी और वैष्णों देवी सहित अन्य तीर्थ स्थलों पर जो किचन चलते हैं, वैसा ही कुबेरेश्वरधाम में रसोईघर तैयार किया गया है। धाम पर बनाए गए रसोई घर में जो मशीनें हैं वह सब्जी काटने, आटा गूंदने, छानने से लेकर दाल-चावल, सब्जी पकाने का काम ऑटोमैटिक तरीके से करती है। रोटी मेकर की भी विशाल मशीनें लगाई है, जो एक घंटे में हजारों की संख्या में रोटी बना देती है। सब्जी और अन्य सामग्री धुलकर कोल्ड स्टोरेज में रखने की भी सुविधा है। वहीं भोजन परोसने के लिए स्टील की विशाल ट्रालियां भी बुलवाई गई हैं साथ ही ऑटोमेटिक डिश वॉटर प्लांट भी लगाया गया है।
श्रद्धालुओं के लिए रहेंगी सभी सुविधाएं-
विठलेश सेवा समिति के मीडिया प्रभारी प्रियांशु दीक्षित ने बताया कि कुबेरेश्वरधाम देशभर के करोड़ों श्रद्धालुओं की आस्था का केन्द्र है और हर साल करीब डेढ़ करोड़ से अधिक श्रद्धालु यहां पर आस्था और उत्साह के साथ अपनी मनोकामनाएं लेकर आते हैं। समिति और प्रशासन द्वारा आगामी रुद्राक्ष महोत्सव की तैयारियां की जा रही हैं, वहीं जिला प्रशासन के अधिकारियों ने कानून व शांति व्यवस्था तथा अन्य व्यवस्थाओं के लिए पुलिस बल की ड्यूटी की तैयारियां की है। इसके अलावा कुबेरेश्वरधाम पर पर्याप्त पार्किंग के लिए स्थान, वाहनों के आवागमन, बैरिकेटिंग, आने वाले श्रद्धालुओं की बैठक व्यवस्था, पेयजल, शौचालय सहित अन्य समुचित व्यवस्थाएं कराई जा रही हैं, जिससे श्रद्धालुओं को कोई दिक्कत न हो।

 

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