सीहोर जिले के दोराहा में किसानों की खड़ी फसल जलकर खाक, लाखों का नुकसान
- 60 से 70 एकड़ की बताई जा रही है जली हुई फसल, किसानों ने दिखाई सूझबूझ, दमकल भी पहुंची

सीहोर। गर्मी षुरू होते ही आगजनी की घटनाएं भी तेजी से बढ़ने लगी हैं। ऐसी ही आगजनी की घटना गुरूवार को सीहोर जिले की दोराहा तहसील के ग्राम पाटन, तकिया में भी हो गई। बताया जा रहा है कि इस आगजनी से किसानों की करीब 60 से 70 एकड़ में खड़ी गेहूं की फसल पूरी तरह से जलकर खाक हो गई। आग इतनी भीषण थी कि किसानों के हौसले भी पस्त होने लगे, लेकिन फिर भी किसानों ने अपनी सूझबूझ दिखाते हुए आग पर काबू पाने की कोषिष की। किसानों ने ट्रैक्टरों से गेहूं की फसल में बखरना षुरू कर दिया, टैंकरों से पानी का छिड़काव करने लगे, आग बुझाने में भी जुट गए, इसके कारण यह आग ज्यादा नहीं फैल सकी। हालांकि बाद में सीहोर से दमकल की गाड़ियां भी पहुंची और आग पर काबू पाया। किसानों ने बताया कि करीब 60 से 70 एकड़ में खड़ी फसल पूरी तरह से जलकर खाक हो गई है। इसके कारण किसानों का लाखों रूपए का नुकसान हुआ है। दोराहा थाना प्रभारी राजेष सिन्हा ने बताया कि इस मामले में थाना दोराहा में आगजनी की रिपोर्ट दर्ज की गई है। फिलहाल आगजनी का कारण अज्ञात है। दोराहा तहसीलदार अर्पित मेहता ने बताया कि आगजनी की घटना हुई है। इसके कारण दो गांवों के किसानों की फसलें जल गईं हैं। पंचनामा तैयार कराया गया है।
आग की सूचना मिलते ही किसान खेतों की तरफ दौड़े-
दोराहा तहसील के ग्राम पाटन, तकिया के किसानों को जैसे ही आग की सूचना मिली इसके बाद किसान अपने-अपने संसाधन लेकर खेतों की तरफ दौड़े। किसानों ने सूझबूझ दिखाते हुए आग को बुझाने का प्रयास किया, पानी का छिड़काव षुरू कर दिया। आग इतनी भयावह थी कि दूर तक इसका धुआं दिखाई दे रहा था। इस दौरान हवा भी तेजी से चलने लगी, इसके कारण भी आग पर काबू पानी मुष्किल दिखाई देने लगा, लेकिन किसानों ने हिम्मत नहीं हारी और वे लगातार आग पर काबू पाने का प्रयास करते रहे। इस दौरान सीहोर से भी दमकलें पहुंची और आग पर पानी का छिड़काव षुरू किया। एक अनुमान के मुताबिक 60 से 70 एकड़ जमीन में लगी गेहूं की फसल जल चुकी है।