अमृतसर ईस्ट में होगा दंगल, अकाली ने सिद्धू के खिलाफ मजीठिया को उतारा
चंडीगढ़
शिरोमणि अकाली दल (शिअद) प्रमुख सुखबीर सिंह बादल ने बुधवार को घोषणा की है कि पार्टी के वरिष्ठ नेता और उनके साले बिक्रम सिंह मजीठिया पंजाब कांग्रेस के प्रमुख नवजोत सिंह सिद्धू के खिलाफ विधानसभा चुनाव लड़ेंगे। इसके साथ ही अमृतसर पूर्व का मुकाबला काफी रोचक हो गया है। अकाली ने सिद्धू का जमानत जब्त कराने का दावा किया है। मजीठिया के खिलाफ स्वापक औषधि एवं मन:प्रभावी पदार्थ (एनडीपीएस) अधिनियम के तहत पिछले माह मुकदमा दर्ज किया गया था। वह इस मामले में अग्रिम जमानत लेने का प्रयास कर रहे हैं। आपको बता दें कि आम आदमी पार्टी ने इस चुनाव में जीवनजोत कौर को चुनावी दंगल में उतारा है।
2017 के विधानसभा चुनाव में सिद्धू को मिली थी शानदार जीत
2017 के विधानसभा चुनाव में क्रिकेटर से राजनेता बने नवजोत सिंह सिद्धू ने अमृतसर ईस्ट सीट से शानदार जीत दर्ज की थी। उन्होंने 60.68 प्रतिशत मत हासिल किया था। यानी कि उनके खाते में कुल 60,477 वोट आए थे। वहीं, दूसरे स्थान पर महज 17.73 प्रतिशत मतों के साथ बीजेपी के राकेश कुमार हनी दूसरे स्थान पर रहे। हनी को 17,668 मत प्राप्त हुए थे। इस चुनाव में आम आदमी पार्टी ने सरबजोत सिंह धानजल को उतारा था। उन्हें सिर्फ 14,715 मत मिले थे। आपको बता दें कि इस चुनाव में 99,771 लोगों ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया था, जो कि 2012 की तुलना में करीब सात हजार अधिक था।
बीजेपी के सिंबल पर विधायक बनीं सिद्धू की पत्नी
2012 के विधानसभा चुनाव में नवजोत सिंह सिद्धू की पत्नी बीजेपी के सिंबल पर चुनावी मैदान में थीं। इस चुनाव में नवजोत कौर सिद्धू को 33,406 मत मिले थे। इस चुनाव में कांग्रेस का प्रदर्शन काफी खराब था। निर्दलीय प्रत्याशी सिमरप्रीत कौर 26,307 मतों के साथ दूसरे स्थान पर रहीं। वहीं, कांग्रेस प्रत्याशी सुनील दुत्ती 25,964 मतों के साथ तीसरे स्थान पर रहे। पंजाब में 20 फरवरी को विधानसभा चुनाव होने हैं। शिअद ने 117 सीट के लिए होने वाले राज्य विधानसभा चुनाव में बहुजन समाज पार्टी के साथ चुनाव-पूर्व गठबंधन किया है। समझौते के तहत बसपा शेष 20 सीट से चुनाव लड़ेगी।