सीहोर

गुड टच-बेड टच के बारे में जागरूकता जरूरी है : मुकेश कुमार दांगी

स्वामी विवेकानंद शिक्षा समिति एवं कैलाश सत्यार्थी चिल्ड्रंस फाउंडेशन द्वारा ‘न्याय के लिए पहली मुलाकात-बाल यौन शोषण के खिलाफ जन अभियान’ पर हुआ जन संवाद

सीहोर। अज्ञानता के कारण ही बहुत से अपराध हो जाते हैं और अपराधों को रोकने के लिए जागरूकता जरूरी है। आज के दौर में यह जागरूकता बच्चों में सबसे ज्यादा जरूरी है। कई बार छोटी बच्चियां गुड टच-बेड टच का शिकार हो जाती हैं, लेकिन उन्हें जागरूक करना जरूरी है कि यह गुड टच-बेड टच ही नहीं, बल्कि टच ही क्यों हो। ये बातें जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव मुकेश कुमार दांगी ने कही। वे स्वामी विवेकानंद शिक्षा समिति एवं कैलाश सत्यार्थी चिल्डंÑस फाउंडेशन द्वारा आयोजित ‘न्याय के लिए पहली मुलाकात-बाल यौन शोषण के खिलाफ जन अभियान’ जन संवाद को संबोधित कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि अपराध की दो स्टेज होती है। यदि बच्चों को अपराधों के बारे में जागरुक किया जाए तो निश्चित रूप से अपराधों की संख्याएं कम होंगी। उन्होंने कहा कि कई बार पीड़ित को ही अपराधी बना दिया जाता है, जबकि वो वास्तविक अपराधी नहीं होता है और जो अपराधी होता है उसे कोई अपराधी नहीं बोलते। पास्को एक्ट को लेकर श्री दांगी ने कहा कि यदि पॉस्को एक्ट के तहत कोई व्यक्ति इसकी सूचना नहीं देता है तो वह भी अपराध है। इसमें भी सजा का प्रावधान है। विभिन्न प्रकार के एक्टों को लेकर गांव-गांव में जागरूकता के कार्यक्रम करना चाहिए, ताकि लोगों को एक्ट के बारे में पता चले। उन्होंने 12 मार्च को होने वाली नेशनल लोक अदालत को लेकर भी कहा कि इसमें ऐसे मामले ज्यादा से ज्यादा आना चाहिए, जिनमें राजीनामा हो जाए।

हम समाज से लेते बहुत हैं, लेकिन देते नहीं : प्रदीप चौहान
बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष एवं वरिष्ठ पत्रकार प्रदीप चौहान ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि हम हमारे समाज से लेते तो बहुत हैं, लेकिन समाज को लौटाते बहुत कम है। आज यह मानसिकता हर जगह मौजूद है। हमें समाज को लौटाना भी आना चाहिए। उन्होंने कहा कि हमें अब इस पर विचार करना चाहिए कि बाल अपराधों की रोकथाम के लिए हमारे स्तर से क्या होना चाहिए। हम भी समाज के लिए कुछ करें, बुराइयों, अपराधों को रोकने के प्रयास करें। बेड टच-गुड टच के बारे में बच्चों को जागरूक करें।
हर स्तर से हो जागरूकता : जॉन कुर्रियन
रोटरी क्लब के रीजनल अध्यक्ष जॉन कुर्रियन ने कहा कि बाल अपराधों को रोकने के लिए हर स्तर से जागरूकता जरूरी है, ताकि इन अपराधों पर अंकुश लगाया जा सके। आज हमारे बच्चे सोशल मीडिया, मोबाइल में खोए हुए हैं। इसका उनके मन-मस्तिष्क पर भी गहरा प्रभाव पड़ रहा है। ऐसे में जरूरी है कि उनको इसके दुरूपयोग के बारे में भी बताएं, ताकि वे बुराईयों से बच सकें। कार्यक्रम को बाल कल्याण समिति की सदस्य पूजा खनूजा, लायंस क्लब सीहोर के अध्यक्ष विनीत दुबे, थाना कोतवाली सीहोर के एस आई एसएल वर्मा ने भी संबोधित किया। जन संवाद कार्यक्रम को लेकर स्वामी विवेकानंद शिक्षा समिति के सुजॉय आईच ने विस्तार से बताया। इस दौरान उन्होंने कहा कि उनकी समिति बच्चों एवं किसानों के लिए कार्य कर रही है। इस मौके पर स्वामी विवेकानंद शिक्षा समिति के राजेंद्र सिंह गहलोत सहित अन्य सदस्य मौजूद रहे।

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