सीएम हेल्पलाइन 181 बनी कमाई का जरिया!
- कोई फर्जी शिकायत करवाकर करा लेता है मोबाइल रिचार्ज तो कोई पैसे लेकर वापस ले लेता है शिकायत
सीहोर। आम लोगों को परेशानियों से बचाने एवं उनकी समस्याओं का निराकरण समय पर हो, इसके लिए सीएम हेल्पलाइन 181 शुरू की गई है। इसके जरिए कोई भी आम व्यक्ति अपनी शिकायत कर सकता है। शिकायत करने के बाद इसे संबंधित विभाग के अधिकारी के पास भेजी जाती है फिर उसका निराकरण हो जाता है, लेकिन अब यह सुविधा लोगों के लिए कमाई का जरिया भी बन गई है। दरअसल कई ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों ने सीएम हेल्पलाइन को आय का साधन बना लिया है। कई लोग झूठी शिकायत करके इसे बंद करने के एवज में पैसा ले लेते हैं तो कई लोग तोे ऐसे भी हैं, जो हर माह एक शिकायत करके अपना मोबाइल रिचार्ज करवा लेते हैं।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने लोगों की सुविधाओं के लिए सीएम हेल्पलाइन 181 शुरू कराई। इसके लिए सभी विभागों में अधिकारियों को जिम्मेेदारियां दी गईं कि वे सीएम हेल्प लाइन पर आने वाली शिकायतों का निराकरण तत्काल करें। अब हर दिन सीएम हेल्पलाइन पर जिलेभर से सैकड़ों शिकायतें होती हैं। इसकेे बाद जब इन शिकायतोें की जांच होती है तो इनमें से ज्यादातर तोे झूठी शिकायतें निकलती हैं तोे कई लोग ऐसे भी हैं, जो लोगों को परेशान करने के लिए ही शिकायतें कर देते हैं।
ग्रामीण क्षेत्रों से होती है ज्यादातर शिकायतें-
सीएम हेल्पलाइन पर होने वाली ज्यादातर शिकायतें ग्रामीण क्षेत्रों से होती हैं। बुदनी जनपद पंचायत के तहत आने वाली एक ग्राम पंचायत में एक महिला द्वारा हर माह एक शिकायत की जाती है और जब अधिकारी जांच करते हैं तोे वह शिकायत भी कई बार झूठी निकलती है। जब उक्त महिला से शिकायत वापस लेने के लिए कहा जाता है तोे वह मोबाइल में बैलेंस नहीं होेनेे की बात कहती है। कई बार उस महिला के मोेबाइल में बैलेंस डलवा दिया गया है। इसी तरह दर्जनों गांवों में कई लोग पहले शिकायत करते हैं औैर फिर उसी शिकायत को वापस लेने के लिए पैसों की मांग करते हैं।
इतनी शिकायतों का हुआ निराकरण-
सीहोर जिले में हर दिन सैकड़ों शिकायतें सीएम हेल्पलाइन पर की जाती है। हालांकि संबंधित विभाग के अधिकारी तत्काल इन शिकायतों के निराकरण कोे लेकर कार्रवाई भी करते हैं। पिछले दिनों सीएम हेल्पलाइन कार्यशाला में 271 शिकायतों का संतुष्टि पूर्वक निराकरण भी किया गया। इसके लिए जिला पंचायत सभाकक्ष में सीएम हेल्पलाइन के प्रकरणों के निराकरण के लिए कार्यशाला आयोजित की गई थी। इसमें अनेक विभागों की 271 शिकायतों का संतुष्टिपूर्ण निराकरण किया गया। सीएम हेल्पलाइन कार्यशाला में स्वास्थ्य विभाग द्वारा कुल 121 शिकायतें, मनरेगा द्वारा 11 शिकायतें, खाद्य आपूर्ति विभाग द्वारा 27 शिकायतें, नगर पालिका द्वारा 3 शिकायतें, कृषि विकास विभाग द्वारा 5 शिकायतें, ऊर्जा विभाग द्वारा 27 शिकायतें, संस्थागत वित्त द्वारा 22 शिकायतें, किसान क्रेडिट कार्ड सहकारिता द्वारा 2 शिकायतें, लोक निर्माण विभाग द्वारा 11 शिकायतें, राज्य शिक्षा केंद्र द्वारा 3 शिकायतें, महिला बाल विकास द्वारा 3 शिकायतें एवं पंचायत विभाग द्वारा 8 शिकायतों का निराकरण किया गया।
इनका कहना है-
सीएम हेल्पलाइन पर आने वाली शिकायतों का निराकरण करने के लिए संबंधित विभाग के अधिकारियों कोे कहा जाता है। यदि शिकायतों के जरिए लोग कमाई कर रहे हैं तोे यह जानकारी में नहीं है। इसे दिखवाएंगे।
– ममता दुबे पांडेय, जिला नोडल अधिकारी, सीएम हेल्पलाइन