परीक्षा देने की जिद पर अड़ा इलाहाबाद विश्वविद्यालय का निलंबित छात्रनेता, धूप में धरने पर बैठा
प्रयागराज
इलाहाबाद विश्वविद्यालय में एमए दर्शनशास्त्र में प्रथम सेमेस्टर की परीक्षा देने के लिए मंगलवार को छात्रनेता सत्यम कुशवाहा गिड़गिड़ाता रहा लेकिन उसे परीक्षा में शामिल नहीं होने दिया गया। इससे आक्रोशित छात्रनेता चीफ प्रॉक्टर ऑफिस के सामने धूप में धरने पर बैठ गया। इस मौके पर पुलिस भी काफी संख्या में मौजूद रही। सत्यम को बीते माह विश्वविद्यालय प्रशासन ने निष्कासित कर दिया था। सत्यम ने कहा कि कुलानुशासक कार्यालय के बाहर धूप में धरने पर बैठ गया।
धूप में लगभग एक घंटे बैठा रहा लेकिन विश्वविद्यालय का एक भी प्रशासनिक अधिकारी संवाद करने नहीं आया। इसके बाद वह फिर से दर्शनशास्त्र विभाग पहुंचा और परीक्षा कक्ष के बाहर बैठ गया। आधे घंटे बाद दर्शनशास्र के विभागाध्यक्ष प्रो. एचएस उपाध्यक्ष व प्रो.ऋषि कांत पांडेय ने बात की। सत्यम कुशवाहा ने कहा कि क्या परीक्षा देना मेरा अधिकार नहीं है। क्या मैं शिक्षा ग्रहण नहीं कर सकता। सत्यम के साथ वैभव सिंह, आदर्श भदौरिया, अनुभव द्विवेदी गोलू, इंद्रजीत मौर्य, मनीष पांडे, अर्जुन त्रिवेदी आदि मौजूद रहे।
गौरतलब है कि पिछले महीने चीफ प्रॉक्टर की ओर से नोटिस जारी कर सत्यम का परिसर में प्रवेश प्रतिबंधित कर इविवि समेत कालेजों में किसी भी पाठ्यक्रम में प्रवेश न दिए जाने का फैसला लिया गया है।