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कुशीनगर में हल्दी रस्म के दौरान कुएं में गिरने से 13 की मौत, PM मोदी ने जताया दुख

 कुशीनगर
 कुशीनगर जिले के नेबुआ नौरंगिया थाना क्षेत्र के नौरंगिया गांव में शादी की खुशी उस वक्त मातम में बदल गई, जब हल्दी की रस्म के दौरान कुछ लड़कियां और महिलाएं कुएं पर पहुंची. यहां लगी लोहे की जाली टूटने से एक दर्जन से अधिक लड़कियां और महिलाएं कुएं में जा गिरीं. हादसे में अब तक 13 लड़कियों और महिलाओं की मौत की खबर है. स्थानीय प्रशासन हर संभव मदद में जुटा है.

13 महिलाओं और लड़कियों की मौत

दरअसल, नौरंगिया गांव में बुधवार की रात हल्दी के मटकोड़ की रस्म के दौरान महिलाएं, लड़कियां और कुछ बच्चे कुएं पर पहुंचे. एक साथ अधिक लोगों के पहुंचने के कारण अचानक कुएं का स्लैब टूट गया और 25 से अधिक महिलाएं, लड़कियां और बच्चे कुएं में जा गिरे. घटना के बाद से पूरे गांव में सन्नाटा पसर गया है. शादी वाले घर में जहां कुछ समय पहले खुशियों से घर जगमगा रहा था, वहां अब चीख-पुकार मची हुई है. घटना के बाद कमिश्नर, डीआईजी, डीएम, एसपी ने मौके पर पहुंचकर राहत-बचाव कार्य की जानकारी ली.

समय से नहीं पहुंची एम्बुलेंस

कुशीनगर में हुए इस हादसे के बाद गांव के ही एक युवक ने बताया कि एम्बुलेंस के लिए कई बार फोन किया गया था. दस लोगों ने समय-समय पर एम्बुलेंस के लिए फोन किया, लेकिन मदद करने कोई एम्बुलेंस नहीं पहुंची. ये हालात तब देखने को मिले जब घटनास्थल से सिर्फ 3 किलोमीटर दूर ही एक अस्पताल मौजूद है. हादसे के बाद जब मौके पर एम्बुलेंस नहीं पहुंची तो प्राइवेट जीप और पुलिस की गाड़ियों से घायलों को अस्पताल पहुंचाया गया.

हादसे के वक्त घटनास्थल पर मौजूद युवक ने कहा कि लगभग पुलिस स्टेशन और अस्पताल समान दूरी पर हैं, लेकिन घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंच गई और रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया. पुलिस के रेस्क्यू ऑपरेशन के दौरान लोग एम्बुलेंस को फोन करते रहे, लेकिन वह मदद के लिए नहीं पहुंची.
 

कुछ समझ नहीं आया कि क्या हुआ…

मौके पर मौजूद लोगों का कहना है कि महिलाएं मटकोर में व्यस्त थी तो पुरुष खाना बनाने की तैयारी में लगे थे. इसी बीच कुएं में महिलाओं के गिरने की खबर से हर कोई उस तरफ दौड़ पड़ा. लोगों को समझ में नहीं आ रहा था कि क्या करें. इसी बीच कुछ नौजवान लड़के रस्सी के सहारे कुएं में उतर गए और महिलाओं व बच्चियों को निकालना शुरू कर दिया. लोग वहां पर चीख रहे थे. परिजन अपनों को खोजने में लगे थे. कुछ ही देर में गांव में पुलिस की गाड़ी पहुंच गई और रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया.

परिवार की सदस्यों का कहना है कि उन्हें इस बात का अंदाजा नहीं था कि स्लैब टूट जाएगा. हालांकि जब लोग उस पर चढ़ रहे थे तो मना भी किया जा रहा था कि स्लैब टूट जाएगा. लेकिन लोग डांस देखने के लिए आगे कोई कुछ भी सुनने को तैयार नहीं था.

पीएम मोदी ने किया मुआवजे का ऐलान

कुशीनगर में हुए इस हादसे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दुख जाहिर किया है. पीएम मोदी ने ट्वीट किया, 'उत्तर प्रदेश के कुशीनगर में हुआ हादसा हृदयविदारक है. इसमें जिन लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी है, उनके परिजनों के प्रति मैं अपनी गहरी संवेदनाएं व्यक्त करता हूं. इसके साथ ही घायलों के जल्द से जल्द स्वस्थ होने की कामना करता हूं. स्थानीय प्रशासन हर संभव मदद में जुटा है.'

इसके साथ ही पीएम मोदी ने कुशीनगर हादसे में जान गंवाने वालों के परिजनों के लिए मुआवजे का ऐलान किया है. पीएम मोदी ने कहा, कुशीनगर में हुए दुखद हादसे में जान गंवाने वालों के परिजनों के लिए प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष की ओर से 2-2 लाख रुपये घायलों को 50 हजार रुपये दिए जाएंगे.

    उत्तर प्रदेश के कुशीनगर में हुआ हादसा हृदयविदारक है। इसमें जिन लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी है, उनके परिजनों के प्रति मैं अपनी गहरी संवेदनाएं व्यक्त करता हूं। इसके साथ ही घायलों के जल्द से जल्द स्वस्थ होने की कामना करता हूं। स्थानीय प्रशासन हर संभव मदद में जुटा है।

 

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