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लखीमपुर खीरी जिले की 8 में से सभी 8 सीटें BJP ने जीतीं 

लखीमपुर

लखीमपुर खीरी  में तिकुनिया हिंसा मामला खूब सुर्खियों में रहा. लखीमपुर से लेकर लखनऊ तक जमकर हंगामा होता रहा. माना जा रहा था कि 8 विधानसभा सीटों वाले लखीमपुर खीरी जिले में हुई यह हिंसा चुनाव में BJP पर प्रभाव डाल सकती है. विपक्ष भी इस मुद्दे पर जमकर हमलावर रहा. इसके बावजूद भाजपा ने केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी के जिले में 8 में से सभी 8 सीटें जीत लीं हैं.

जानकारी के अनुसार, लखीमपुर खीरी में पलिया विधानसभा सीट से बीजेपी के प्रत्याशी हरविंदर सिंह साहनी रोमी, कस्ता विधानसभा सीट से बीजेपी प्रत्याशी सौरव सिंह सोनू, धौरहरा विधानसभा सीट से बीजेपी प्रत्याशी विनोद शंकर अवस्थी, श्रीनगर विधानसभा सीट से बीजेपी प्रत्याशी मंजू त्यागी, गोला विधानसभा सीट से बीजेपी प्रत्याशी अरविंद गिरी, निघासन विधानसभा सीट से बीजेपी प्रत्याशी शशांक वर्मा ने चुनाव जीत लिया है. लखीमपुर सदर सीट से बीजेपी प्रत्याशी योगेश वर्मा और मोहम्मदी सीट से बीजेपी प्रत्याशी लोकेंद्र प्रताप सिंह की जीत हुई है.

ति​कुनिया हिंसा बनी सियासत में बड़ा मुद्दा

लखीमपुर खीरी जिले में हुई ति​कुनिया हिंसा सियासत में बड़ा मुद्दा बनी रही. चुनाव के समय ऐसी घटना लोगों के लिए भी सबसे बड़ा मसला रही. इंसाफ की उम्मीद तो दिखाई पड़ रही थी, लेकिन मन में एक शक था कि अगर पिता कुर्सी पर हैं, तो कहीं उनकी ताकत और उनका रसूख इंसाफ में ढाल न बन जाए. तिकुनिया में हिंसा मामला राजनीतिक मुद्दा भी बनाने की कोशिश की गई. लखीमपुर खीरी के लिए हिंसा की एक घटना ही सबसे बड़ा चुनावी मुद्दा रहा.

निघासन विधानसभा से कभी विधायक थे अजय मिश्र टेनी

लखीमपुर जिले की निघासन विधानसभा से कभी अजय मिश्र टेनी विधायक थे. 2022 में आशीष मिश्रा इसी निघासन सीट से चुनाव लड़ने की तैयारी में था. निघासन इलाके में चौराहों-दीवारों पर आशीष मिश्रा के बैनर पोस्टर भी लगा दिए गए थे. इसके अलावा निघासन शहर में आशीष मिश्रा उर्फ मोनू के नाम पर भारतीय जनता पार्टी का कार्यालय भी खोला गया था. यहां तिकुनिया हिंसा के बाद आशीष मिश्रा की गिरफ्तारी से लेकर पुलिस की चार्जशीट दाखिल होने तक, विपक्ष लगातार केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्र टेनी के इस्तीफे की मांग करता रहा. 

लखीमपुर हिंसा का ये था मामला

यह मामला 3 अक्टूबर 2020 का है. उस समय कृषि कानूनों के खिलाफ किसान प्रदर्शन कर रहे थे. लखीमपुर खीरी में भी प्रदर्शन चल रहा था. तिकुनिया इलाके में कुश्ती के कार्यक्रम में सूबे के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य और केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी को पहुंचना था. विरोध कर रहे किसानों ने शांतिपूर्ण मार्च निकाला. उसी दौरान आशीष मिश्रा के साथ किसानों की झड़प हुई और किसान आगे बढ़े, लेकिन जब तिकुनिया इलाके में किसानों का मार्च आगे बढ़ा, तभी पीछे से तेज रफ्तार गाड़ी ने कई किसानों को कुचल दिया था. इसका आरोप टेनी के पुत्र आशीष मिश्रा पर लगा था. गाड़ी से रौंदे जाने और किसानों द्वारा आरोपियों पर किए गए हमले में कुल 8 लोगों की मौत हो गई थी. इसके बाद सवाल किया जा रहा था कि हिंसा की आंच से झुलसे लखीमपुर में विधानसभा चुनाव में भाजपा पर क्या असर पड़ेगा.

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