राज्य

छत्तीसगढ़: छग युवा आयोग के सदस्य अजय सिंह 6 साल के लिए पार्टी से निष्कासित, विधायक और प्रदेश अध्यक्ष को घेरा

 बीजापुर
 

छत्तीसगढ़ युवा आयोग के सदस्य और बीजापुर जिले के वरिष्ठ कांग्रेस नेता अजय सिंह को छग प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने छह वर्षों के लिए पार्टी से निष्कासित कर दिया है। इस कार्रवाई के संबंध में संगठन महामंत्री अमरजीत चावला ने प्रदेश अध्यक्ष मोहन मरकाम के आदेश पर नोटिस जारी करते हुए जानकारी दी है कि अजय सिंह को पार्टी विरोधी गतिविधियों में संलिप्त पाया गया है, जिस वजह से उन्हें निष्कासित किया जा रहा है।

बीजापुर जिले के साथ साथ पूरे दक्षिण बस्तर में अजय सिंह को कांग्रेस के वरिष्ठ सदस्य के तौर पर जाना जाता रहा है, ऐसे में उन्हें ही पार्टी से बाहर करने पर बस्तर के राजनीतिक गलियारों में यह चर्चा का विषय बना हुआ है। दरअसल बीते कुछ दिनों ने बीजापुर विधायक विक्रम शाह मंडावी और युवा आयोग के सदस्य अजय सिंह के बीच खींचतान की चर्चा जोरों पर बनी हुई थी। अजय सिंह लगातार अपनी ही पार्टी के स्थानीय विधायक विक्रम मंडावी के खिलाफ मोर्चा खोले हुए थे। कभी वे विधायक पर भ्रष्टाचार का आरोप लगा रहे थे तो कभी कार्यकर्ताओं की अनदेखी करने का आरोप।

अजय सिंह ने कसा तंज

बीजापुर जिले के साथ-साथ दक्षिण बस्तर में वरिष्ठ कांग्रेसी के खिलाफ बड़ी कार्रवाई से जहां एक ओर हड़कंप मच गया है वहीं दूसरी ओर अजय सिंह ने इसपर अपना पक्ष रखते हुए तंज कसा कि इस के लिए वे कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष मोहन मरकाम को धन्यवाद देते हैं। अजय सिंह का कहना है कि प्रदेश अध्यक्ष मोहन मरकाम ने यह कार्रवाई बीजापुर विधायक विक्रम शाह मंडावी के दबाव में की है।
 
नोटिस का दिया था लिखित जवाब

उन्होंने कहा कि संगठन को यह स्पष्ट करना चाहिए कि उन पर विधायक के खिलाफ मोर्चा खोलने पर कार्रवाई की गई या पार्टी के खिलाफ गतिविधि में संलिप्त होने पर। जिस तरह से बीते कुछ समय से अजय सिंह लगातार विधायक के खिलाफ बयानबाजी कर रहे थे उन्हें संगठन ने इस मामले में नोटिस भी जारी किया था जिसका उनके द्वारा लिखित में जवाब भी दिया गया था। वहीं पार्टी से निष्कासित करने के लिए जारी किए गए पत्र में उनपर पार्टी के विरोध में कार्य करने की बात कही गई है।

बोले अजय सिंह- विधायक के खिलाफ है सबूत

अपना पक्ष रखते हुए अजय सिंह ने बड़ा बयान जारी करते हुए कहा कि बीते डेढ़ वर्ष से विधायक उन्हे पार्टी से बाहर करने के लिए षड्यंत्र रच रहे थे जिसमें आज वे सफल हो गए हैं। दरअसल इसके पीछे उन्होंने अपनी वजह बताई है कि उनके पास विक्रम शाह मंडावी के खिलाफ इतने साक्ष्य हैं कि वे कभी भी जेल जा सकते हैं और इसी भय में उनपर यह कार्रवाई हुई है।

हालांकि इस मामले में बीजापुर विधायक विक्रम शाह मंडावी बीजापुर कांग्रेस जिलाध्यक्ष लालू राठौर और कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष मोहन मरकाम से लगातार फोन पर संपर्क कर उनका पक्ष जानने की कोशिश की गई पर किसी ने भी फोन नहीं उठाया। वहीं इस बड़ी कार्रवाई के बाद पूरे बस्तर के कांग्रेसी कार्यकर्ता अलग-अलग खेमे में बंट गए हैं और सोशल मीडिया में लगातार अपनी प्रतिक्रिया भी दे रहे हैं।

 

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button
Nemusíte volat manželovi: Jak Jak se zbavit skvrn Jak poznat, že vám někdo Nejlepší termíny Jak jednoduše obarvit Bílé skvrny na jahodách: Nejsou to Pravda o zabíjení velryb v SSSR: Tajemství pod sedmi : "Jaké potraviny je nejlepší nejíst Polévka s Děti budou prosit o