छत्तीसगढ़ संयुक्त अनियमित कर्मचारी महासंघ ने मांगा राहुल गांधी से मिलने समय
रायपुर
छत्तीसगढ़ प्रदेश के 48 प्रशासनिक विभाग के अंतर्गत 650 से अधिक शासकीय विभागों, निगम, आयोग, मंडलों, स्वायतशासी निकायों के अनियमित कर्मचारी-अधिकारी नियमितीकरण एवं पृथक किए कर्मचारियों के बहाली के लिए गांधी जयंती के दिन से काली पट्टी बांधकर कार्य कर रहे हैं। छत्तीसगढ़ संयुक्त अनियमित कर्मचारी महासंघ के उपाध्यक्ष प्रेमप्रकाश गजेंद्र ने पत्र लिखकर एवं ट्विट कर छत्तीसगढ़ प्रवास के दौरान राहुल गांधी से मिलने का समय मांगा। साथ ही मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और मोहन मरकाम से मिलवाने अनुरोध किया।
प्रेमप्रकाश गजेंद्र ने राहुल गांधी को लिखे पत्र के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि मांगों को लेकर आंदोलन के समय मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव एवं अन्य कांग्रेस के जनप्रतिनिधिहमारे मंच पर आए थे और उनकी सरकार बनाने पर 10 दिन में हमें नियमित करने का वादा किया था। वादे के अनुरूप कांग्रेस के जन-घोषणा पत्र अनियमित कर्मचारियों के नियमितीकरण करने, छटनी न करने तथा आउटसोर्सिंग बंद करने वादा किया था। 14 फरवरी 2019 को अनियमित कर्मचारियों के मंच से पुन: इस वर्ष किसानों के लिए, आगामी वर्ष कर्मचारियों के लिए बात कही। अद्यतन 3 वर्ष से अधिक समय व्यतीत होने के उपरांत भी सरकार द्वारा नियमितीकरण की कार्यवाही नहीं की जा रही है। इस संबंध में मुख्यमंत्री से मिलने भी अनेक बार अनुरोध पत्र प्रेषित किया गया, लेकिन मिलने का समय नहीं दिया गया।
अनियमित कर्मचारी-अधिकारियों के प्रति सरकार के इस व्यव्हार से प्रदेश के लाखो अनियमित कर्मचारी-अधिकारी ठगा महसूस कर रहा है और अत्यधिक आक्रोशित है। क्षुब्ध होकर समस्त अनियमित कर्मचारी राज्य सरकार का ध्यान आकृष्ट करने 30 जनवरी से प्रदेश के लाखों अनियमित कर्मचारी काली पट्टी लगा कर कार्य कर रहे है और यह अनिश्चितकालीन आंदोलन तक किया जाएगा।