डीडीयू के प्रोफेसर कमलेश कुमार ने दी शरीर त्याग देने की धमकी, कुलपति को हटाने की मांग पर अड़े
गोरखपुर
डीडीयू के कुलपति प्रो. राजेश सिंह को पद से हटाने और उनके कार्यकाल में हुए आय-व्यय की जांच की मांग को लेकर सत्याग्रह कर रहे हिन्दी विभाग के आचार्य प्रो. कमलेश कुमार गुप्त ने अपने ऐलान से हलचल मचा दी है। फेसबुक पोस्ट के जरिए उन्होंने कहा है कि यदि कुलपति को नहीं हटाया गया तो 5 फरवरी को वह अपना शरीर त्याग देंगे। इसके साथ ही उन्होंने महीने भर से चल रहा सत्याग्रह स्थगित कर दिया है। इस सम्बंध में कुलपति प्रो. राजेश सिंह से संपर्क करने का प्रयास किया गया लेकिन फोन नहीं उठने के कारण उनका पक्ष नहीं मिल सका।
फेसबुक पर उन्होंने अपने पोस्ट की शुरुआत नेताजी सुभाष चन्द्र बोस की जयंती पर उन्हें नमन करते हुए की है। लिखा है, मेरे सत्याग्रह का एक महीने से ज्यादा समय पूरा हो चुका है। अगर बसंत पंचमी (5 फरवरी) के पूर्व प्रो. राजेश सिंह को उनके पद से नहीं हटाया जाता है, तो वह बसंत पंचमी के दिन अपराह्न 2:30 बजे अपने विश्वविद्यालय के प्रशासनिक भवन परिसर में स्थित दीनदयाल उपाध्याय की प्रतिमा के समक्ष यौगिक प्रक्रिया से अपना शरीर त्याग दूंगे। मेरे सत्याग्रह का यह चरण तब तक के लिए स्थगित रहेगा। प्रो. कमलेश ने लिखा है, लोकतंत्र में जब किसी महत्वपूर्ण पद पर बैठा हुआ कोई व्यक्ति सारी व्यवस्था को चुनौती देता हुआ नियम-कानून का खुला उल्लंघन कर रहा हो और व्यवस्था लाचार हो गई हो तो शिक्षक का धर्म होता है उसे ठीक करना। हम व्यवस्था को ठीक से काम करने के लिए जिम्मेदारी का निर्वाह करने के लिए प्रेरित करना चाहते हैं।