ग्राम पंचायत महाराजपुर के रोजगार सहायक को हटाने की मांग जोरों पर
मनेंद्रगढ़
मनरेगा के कामों में मजदूरो के शोषण मजदूरी भुगतान में घोर लापरवाही बरते जाने व मनमानी का मामला प्रकाश मे आया है। ग्राम पंचायत महाराजपुर जोकि मनेंद्रगढ़ जनपद पंचायत के अंतर्गत आता है यहां के रोजगार सहायक पर मनमानी का आरोप लग रहा है और तो और रोजगार सहायक को हटाने के लिए भी ग्राम सभा में प्रस्ताव 3 सप्ताह पूर्व दिया गया था बावजूद इसके उनके खिलाफ आब तक कोई ठोस कार्रवाई नही की गई है। जनपद पंचायत मनेंद्रगढ़ के ग्राम पंचायत महाराजपुर में विशेष ग्राम सभा में रोजगार सहायक को हटाने का प्रस्ताव पारित किया गया था बावजूद इसके रोजगार सहायक के ऊपर कोई कार्यवाही नहीं हुई।
मनरेगा कार्यों का पिछले महीने स्थल निरीक्षण एवं मास्टर रोल की जांच कराई जा चुकी थी करीब 6 दिन तक ग्राम पंचायत भवन में रुक कर सोशल आॅडिट हुआ था। उसी को लेकर विशेष ग्राम सभा में मनरेगा के कार्यों में भारी अनियमितता पाई गई। मनरेगा हितग्राही का जॉब कार्ड नहीं भरा गया था। कुछ लोगों का फर्जी हाजिरी भी भरी गई थी ग्रामीणों ने एक स्वर में रोजगार सहायक को हटाने की मांग रखी ग्राम सभा की कार्यवाही रजिस्टर में भी लिखवाया गया था। वहीं जांच टीम ने अपने प्रतिवेदन में रोजगार सहायक को हटाने का उल्लेख किया था ग्राम पंचायत महाराजपुर में टोटल पंजीकृत मनरेगा मजदूर 155 और दरी टोला आश्रित ग्राम में 211 मजदूर पंजीकृत हैं। ग्राम सभा में कई मजदूरों की मजदूरी भी नहीं मिलने की शिकायत दर्ज कराई जा चुकी है। बावजूद इसके रोजगार सहायक पर कोई कार्यवाही नहीं हुई है कहीं ना कहीं इस पूरे मामले में मिलीभगत नजर पढ़ रही है। बहरहाल ग्रामीणों ने ग्राम पंचायत के रोजगार सहायक को हटाने की मांग रखी है अब आगे प्रशासन इस पर क्या कार्रवाई करती है वह देखना होगा वही जनपद पंचायत के सीईओ का कहना है कि इस पूरे मामले की जांच करने के लिए मनरेगा के प्रोग्राम आॅफिसर को भेजा जाएगा उसी के रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
इन्होने कहा
वही प्रोग्राम आॅफिसर का कहना है कि जनपद पंचायत सीईओ के द्वारा जांच दल गठित की गई है और पंचायत इंस्पेक्टर को जांच का जिम्मा सौंपा गया है जांच में जो भी रिपोर्ट सामने आएगी उसी आधार पर कार्यवाही की जाएगी।
आरके गुप्ता प्रोग्राम आॅफिसर जनपद पंचायत मनेंद्रगढ़