राज्य

रविवि में लैब प्रारंभ व साहूकारी लाइसेंस की तकनीकी खामियों को दूर करने की मांग

रायपुर
पंडित रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय में जेम्स एंड ज्वेलरी पर 3 वर्षीय जेम्स एवं जेमोलॉजी कोर्स तो प्रारंभ कर दिया है लेकिन यहां अभी तक लैब की स्थापना नहीं की गई है। वहीं सराफा कारोबारियों को साहूकारी लाइसेंस बनवाने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा रहा है। इन्हीं मांगों को लेकर शुक्रवार को रायपुर सराफा एसोसिएशन का प्रतिनिधिमंडल अध्यक्ष हरख मालू के नेतृत्व में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से मिला। इस दौरान उन्होंने मुख्यमंत्री से रविवि में लैब की स्थापना व साहूकारी लाइसेंस की तकनीकी खामियों को दूर करने की मांग की। मुख्यमंत्री ने प्रतिनिधिमंडल को आश्वासन देते हुए कहा कि रविवि में जल्द ही लैब की स्थापना की जाएगी और आॅनलाइन साहूकार लाइसेस लेने में आ रही तकनीकी खामियों को दूर करने अधिनिष्ठ अधिकारी को निर्देशित किए। प्रतिनिधिमंडल में अध्यक्ष हरख मालू मदन, लाल अग्रवाल, भीकमचंद कोचर, उपाध्यक्ष लक्ष्मीनारायण लाहोटी, प्रहलाद सोनी, सह सचिव अनिल कुचेरिया, महेंद्र कोचर शामिल थे।

अध्यक्ष हरख मालू ने मुख्यमंत्री को बताया कि पंडित रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय में जेम्स एंड ज्वेलरी पर 3 वर्षीय जेम्स एवं जेमोलॉजी कोर्स प्रारंभ हो गया है। इस कोर्स के प्रारंभ होने से जहां छत्तीसगढ़ की खनिज संपदों की खोज हो सकेंगी वहीं ज्वेलरी डिजाइनिंग का छत्तीसगढ़ में हब तैयार होगा विश्व के मानचित्र में छत्तीसगढ़ का नाम अंकित हो जाएगा। इससे यहां के बेरोजगार युवकों को रोजगार मिलेगा वहीं उन्हें कटिंग और पॉलिसिंग के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी प्राप्त हो सकेगा। लेकिन रविवि में जेम्स एवं जेमोलॉजी कोर्स लेकर पढ़ाई करने वाले छात्र-छात्रों के लिए लैब की स्थापना अभी तक नहीं की गई है इस कारण उन्हें काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। लैब की स्थापना जल्द हो जाती है तो छात्र-छात्राओं को पढ़ाई के साथ ही साथ लैब में कुछ शोध करने का मौका मिलेगा और वे जेम्स एवं जेमोलॉजी के बारे में बारीकी से जानकारी ले सकेंगे। मालू ने मुख्यमंत्री को बताया कि  प्रथम वर्ष में डिप्लोमा, द्वितीय वर्ष में एडवांस डिप्लोमा और तीसरे वर्ष में बी. वीओसी डिग्री प्रदान किया जाएगा। इस पाठ्यक्रम के लिए 5000000 का फंड अलग से आपने जारी किया है, इसके लिए रायपुर सराफा एसोसिएशन आपका आभारी है।

वहीं दूसरी ओर मालू ने मुख्यमंत्री बघेल ने बताया कि पूरे छत्तीसगढ़ में साहूकारी लाइसेंस के नवीनीकरण एवं नये लाइसेंस लेने की प्रक्रिया आॅनलाइन प्रारंभ कर दी गई है लेकिन आॅनलाइन की प्रक्रिया में सराफा कारोबारियों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। मजबूरन सराफा कारोबारियों को तहसील कार्यालय के चक्कर कांटकर साहूकारी लाइसेंस का नवीनीकरण और नया लाइसेंस लेना पड़ रहा है। साहूकारी लाइसेंस 5 वर्षों के लिए प्रदान किया जाता है जिसमें सराफा कारोबारी अपना लेन-देन करते है। इससे पूर्व इसी संदर्भ में अध्यक्ष हरख मालू ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से मुलाकात कर ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्र के सराफा कारोबारियों की समस्याओं को साहूकारी लाइसेंस लेने में आ रही दिक्कों को दूर करने के लिए आॅनलाइन करने की मांग की थी। लेकिन आॅनलाइन प्रक्रिया में भी काफी त्रुटियां होने के कारण सराफा कारोबारियों को तहसीलदार आॅफिस चक्कर कांटने पड़ रहे है। मालू ने मुख्यमंत्री से मांग की कि आॅनलाइन साहूकारी लाइसेंस लेने में आ रही तकनीकी खामियों को दूर करने अधिकारियों को दिशा-निर्देश देकर इस समस्या को दूर किया जाए ताकि सराफा कारोबारियों आसानी से साहूकारी लाइसेंस ले सकें।

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