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बाजारों में श्रीगणेशजी की आकर्षक प्रतिमाएं लेने पहुंच रहे हैं श्रृद्धालू

जगदलपुर
हिन्दू पंचाग की तिथि के अनुसार हरतालिका तीज का व्रत भाद्रपद मास की शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को किया जाता है, हस्त एवं चित्रा नक्षत्र, कन्या राशि और शुभ योग एवं सौम्य योग में यह महाव्रत 30 अगस्त मंगलवार को मनाया जाएगा। इस दिन भगवान शिव और माता पार्वती की विधि-विधान के साथ पूजा की जाती है। महिलाएं पति की लंबी आयु और सुख समृद्धि के लिए ये व्रत रखती हैं। वहीं कुंवारी कन्याएं मन चाहा वर पाने के लिए ये व्रत रखती हैं। हरितालिका तीज के दूसरे दिन बुधवार को परंपरानुसार श्रीगणेश चतुर्थी पर्व की शुरूआत होगी। चतुर्थी पर जगह जगह प्रथम पूज्य गणेश जी की प्रतिमा स्थापित कर 11 दिनों तक भक्त श्रीगणेश जी की भक्ति में लीन रहेंगे। श्रीगणेश चतुर्थी से पूर्व बाजारों में गणेश की आकर्षक प्रतिमाएं बाजारों में पहुंच चुकी है। शहर सहित ग्रामीण इलाकों में भी गणेशोत्सव समितियों के पंडाल सजने लगे हैं।

कोरोना काल की वजह से बीते दो वर्षो से सार्वजनिक गणेश बैठाए जाने पर प्रतिबंध रहा। अब कोरोना से काफी हद तक मुक्ति मिल चुकी है। इसलिए इस बार भक्तों में गणेश चतुर्थी को लेकर अधिक उत्साह देखा जा रहा है। नगर में जगह जगह गणेशोत्सव समितियां द्वारा श्रीगणेशजी की स्थापना की तैयारी जोर शोर से की जा रही है। श्रृद्धालू अपने-अपने घरों में श्रीगणेश की स्थापना के लिए पसंद के अनुरूप छोटे-बड़े गणेश की मूर्तियां खरीदने में लगे हुए हैं। महंगाई के चलते इस वर्ष श्रीगणेशजी की प्रतिमाएं काफी महंगी बिक रही है। प्रतिमाएं बेचने वाले व्यापारी ने बताया कि रंग पेंट, कारीगरी, मजदूर सभी के दाम बढ़ गए हैं इसलिए प्रतिमाएं भी महंगी हुई है। बाजारों में 03 फीट उंची प्रतिमा की कीमत लगभग 11 हजार रूपए रखी गई है, वहीं गणेश की छोटी मूर्ति 300 से लेकर 2500 रूपए तक बेची जा रही है।

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