चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी से भूमाफिया बने दिलीप सिंह बाफिला पर कसा शिकंजा, जब्त होगी 48 करोड़ की प्रापर्टी

लखनऊ
द हिमालयन सहकारी आवास समिति और बहुजन निर्बल वर्ग सहाकारी निर्माण समिति बना कर भूमाफिया दिलीप सिंह बाफिला ने भतीजे प्रवीण सिंह के साथ मिल कर करोड़ों रुपये हड़प चुका है। जालसाजों ने पार्क से लेकर सड़क के लिए चिह्नित जमीन सोसाइटी की होने का दावा कर बेच दी थी। भूमाफिया दिलीप सिंह के खिलाफ गोमतीनगर और गोमतीनगर विस्तार में दस और प्रवीण के खिलाफ गोमतीनगर विस्तार में चार मुकदमे दर्ज हैं। गोमतीनगर विस्तार थाने से भूमाफिया की सम्पत्ति कुर्क करने के लिए अनुमति मांगी गई थी। इस पर बुधवार को जेसीपी कानून एवं व्यवस्था पीयूष मोर्डिया ने सम्पत्ति कुर्क करने का आदेश दिया है। दिलीप सिंह की 48 करोड़ 22 लाख 84 हजार और प्रवीण सिंह बाफिला की नौ लाख 73 हजार रुपये की सम्पत्ति कुर्क होगी।
सचिवालय में चतुर्थ श्रेणी कर्मी था दिलीप सिंह
एसीपी गोमतीनगर श्वेता श्रीवास्तव के अनुसार बाफिला मूल रूप से उत्तराखंड का रहने वाला है। 35 वर्ष पूर्व वह लखनऊ आया था। वह सचिवालय में चतुर्थ श्रेणी कर्मी के तौर पर भर्ती हो गया था। दिलीप सिंह ने जमीन की खरीद-फरोख्त का काम शुरू कर दिया था। इस धंधे में उसे कम वक्त में अच्छा मुनाफा होने लगा। दिलीप सिंह ने कर्मचारियों से भी सम्पर्क बना लिए। जिनकी मदद से वह सरकारी जमीनों की जानकारी हासिल कर लेता था। एसीपी के मुताबिक गोमतीनगर योजना शुरू होने के वक्त उसने जमीनों को सोसाइटी का होने का दावा कर बेच दी थीं।