यूपी चुनाव के पहले चरण में इन 13 सांसदों के कामकाज का इम्तहान, जीत या हार होगी परख
लखनऊ
सांसदों के कामकाज का इम्तहान यूं तो दो साल बाद 2024 में होगा, पर मौजूदा चुनावी समर भी उनकी लोकप्रियता परखने का जरिया बनने जा रहा है। उनके संसदीय क्षेत्र में आने वाली विधानसभा सीटों पर उनकी पार्टी कितनी बढ़त हासिल करती है या पीछे रह जाती है-इनका पैमाना विधानसभा चुनाव बनने जा रहा है। इसलिए अब इन विधानसभा सीटों पर भाजपा, सपा, बसपा, कांग्रेस व रालोद प्रत्याशियों की जीत या हार उनके दलों के सांसदों के कामकाज व उनकी लोकप्रियता का पैमाना भी होगी। इसी से संकेत मिलेगा कि उनकी तैयारी क्या है। आखिर उनके गढ़ में उनकी पार्टी की विजय उनकी खुद की अगली बार की जीत सुनिश्चित करेगी। इन सांसदों में वीके सिंह, संजीव बलियान, एसपी सिंह बघेल केंद्र सरकार में मंत्री हैं। यह सभी जमकर प्रचार कर रहे हैं। मथुरा में हेमामालिनी भी जनसंपर्क अभियान के जरिए पांचों सीटे जीताने के लिए वोट मांग रही हैं।
मुजफ्फरनगर : संजीव बालयान केद्रीय मंत्री
इस लोकसभा सीट में आने वाली विधानसभा सीट बुढ़ाना व चरथावल में रालोद तो मुजफ़्फरनगर, खतौली व सरधना में भाजपा आगे रही थी। इस तरह यहां कड़ी टक्कर के बाद रालोद को पीछे छोड़ते हुए संजीव बलयान ने भाजपा का परचम लहराया था। अब सबकी निगाहें पार्टी, प्रत्याशी के साथ साथ सांसद के कामकाज पर भी हैं। केंद्रीय मंत्री होने के नाते इनकी और भी प्रतिष्ठा जुड़ी है।
गाजियाबाद: जनरल वीके सिंह केंद्रीय मंत्री
गाजियाबाद की लोनी, साहिबाबाद, मुरादनगर व गाजियाबाद विधानसभा सीट पर तो भाजपा आगे रही, लेकिन इन सीटों पर नंबर दो रहे सपा के सुरेश बंसल ने ढालौना में भाजपा को पीछे कर दिया लेकिन इसके बावजूद भाजपा के वीके सिंह भारी बहुमत से जीते थे। वह केंद्रीय मंत्री भी हैं।
आगरा: एसपी बघेल केंद्रीय मंत्री
एत्मादपुर, आगरा कैंट, आगरा दक्षिण,आगरा उत्तर,जलेसर सब जगह भाजपा के एसपी बघेल आगे रहे और यहां बसपा नेसभी सीटों पर टक्कर दी। अब वह खुद करहल सीट से चुनाव लड़ रहे हैं।
बिजनौर: मलूक नागर
बसपा के मलूक नगर ने भाजपा लहर में बिजनौर संसदीय क्षेत्र में पुरकाजी, मीरापुर, बिजनौर, चांदपुर व हस्तिनापुर सभी जगह जीत हासिल की थी। जबकि भाजपा इन सब सीटों पर नंबर दो पर रही। बिजनौर चांदपुर में दूसरे चरण में वोट पड़ेंगे।
बागपत : सत्यपाल सिंह
रालोद के गढ़ बागपत सीट पर सिवालखास, छपरौली में तो सपा बसपा रालोद गठबंधन आगे रहा, लेकिन बरौली, बागपत व मोदीनगर में बड़ी बढ़त लेकर भाजपा के सत्यपाल सिंह जीत गए। केंद्रीय मंत्री होने के नाते उनके प्रभाव व पकड़ का भी आकलन होगा।
कैराना : प्रदीप चौधरी
कैराना, थाना भवन व शामली में भाजपा आगे थी। नकुड़ में सपा व गंगोह में भाजपा आगे थी। नकुड़ व गंगोह में वोट दूसरे चरण में पड़ेंगे। अब यहां के भाजपा सांसद प्रदीप चौधरी भी पार्टी के लिए लगे हुए हैं। यहां भाजपा को अब सपा रालोद गठबंधन कड़ी टक्कर दे रहा है।
गौतमबुद्धनगर: महेश शर्मा
यहां की नोएडा, दादरी, जेवर, सिकंदराबाद व खुर्जा सभी विधानसभा सीट में भाजपा ने बसपा को पीछे छोड़ते हुए जीत हाासिल की थी और भाजपा के महेश शर्मा यहां से सांसद बने।
बुलंदशहर: डॉ. भोला सिंह
यहां बुलंदशहर ,स्याना, अनूपशहर, डिबाई व शिकारपुर सभी पांचों सीट पर भाजपा के भोला सिंह ने बढ़त हासिल की और सांसद बने अब इन सीटों पर भाजपा को जिताने में उनके काम की भी परख होगी।
अलीगढ़ : सतीश गौतम
अलीगढ़ की खैर, अलीगढ़, बरौली, अतरौली व कोल सभी पांचों सीटें भाजपा में हासिल की थी। अब सांसद के नाते सतीश गौतम की प्रतिष्ठा भी दांव पर है।
हाथरस :राजवीर दिलेर
हाथरस की छर्रा,इगलास,सादाबाद, सिकंदरा में भाजपा के राजवीर दिलेर आगे रहे और वह यहां से सांसद बने। दो सीट पर चुनाव दूसरे चरण में है।
मथुरा: हेमामालिनी
छाता,मांट,गोवर्धन मथुरा बल्देव में हेमामालिनी आगे रहीं और हर जगह रालोद ने टक्कर दी। पर यहां हेमामालिनी भारी बहुमत से जीती थीं। धार्मिक, सांस्कृतिक नगरी मथुरा में प्रत्याशियों के साथ हेमामालिनी की लोकप्रियता की परख होगी।
फतेहपुर सीकरी: राजकुमार चाहर
आगरा ग्रामीण, खैरागढ़, बाह , फतेहाबाद व फतेहपुर सीकरी में राजकुमार चाहर ही आगे रहे और उन्हें चार सीटों पर कांग्रेस ने एक सीट पर सपा बसपा गठबंधन ने टक्कर दी।
मेरठ: राजेंद्र अग्रवाल
किठौर,मेरठ ,मेरठ दक्षिण, हापुड़ सीट पर बसपा, मेरठ कैंट में भाजपा आगे रही। इसके बावजूद भाजपा ने एक सीट के भरोसे पूरी लोकसभा सीट जीत ली। और राजेंद्र अग्रवाल सांसद बने।