पहले तीन चरण में 15 फीसदी महिलाएं मैदान में, भाजपा, सपा, बसपा और कांग्रेस किसने कितने दिए टिकट
लखनऊ
तीन चरणों के महारथी मैदान में उतर चुके हैं। आधी आबादी का शोर है। उनकी सुरक्षा, उनकी पढ़ाई, उनके रोजगार को मुद्दा बनाया जा रहा है लेकिन यदि प्रमुख राजनीतिक दलों की सूची देखें तो उसमें महिलाओं का प्रतिनिधित्व अब भी 15 फीसदी से आगे नहीं बढ़ पाया है। पहले तीन चरणों की 171 सीटों पर प्रत्याशियों की सूची देखें तो मात्र 103 महिला प्रत्याशी ही मैदान में है। इनमें सबसे कम महिला प्रत्याशी बसपा ने उतारे हैं।
इन 171 सीटों पर चार प्रमुख पार्टियों व उनके गठबंधन दलों के प्रत्याशियों की संख्या 684 है लेकिन महिला प्रत्याशी 103 ही हैं। चूंकि इस बार कांग्रेस इसी मुद्दे को लेकर चुनाव में आगे बढ़ रही है तो इसमें 60 फीसदी से भी ज्यादा भागीदारी उसकी है। कांग्रेस ने इन तीन चरणों में 63 महिला प्रत्याशी उतारे हैं। इनमें सबसे कम महिला प्रत्याशी उतारने वाली पार्टी बसपा है। इस पार्टी ने 12 महिलाओं पर भरोसा जताया है।
वहीं समाजवादी पार्टी की 14 और सत्ताधारी भाजपा की 16 महिला प्रत्याशी मैदान में हैं। सबसे ज्यादा महिला प्रत्याशी तीसरे चरण में हैं। पहले व दूसरे चरण में 30-31 और तीसरे चरण में 42 प्रत्याशी महिलाएं हैं। बिधूना, बिल्हौर समेत लगभग एक दर्जन सीटें ऐसी हैं जहां दो से तीन महिला प्रत्याशियों के बीच लड़ाई होगी।
इन महिला प्रत्याशियों में कई राजनीतिक परिवारों की महिलाएं हैं तो कई ऐसी जो सामाजिक तानेबाने को तोड़ते हुए उभरी हैं। मसलन बिधूना सीट से मौजूदा विधायक विनय शाक्य की बेटी रिया शाक्य को भाजपा से टिकट मिला है तो सपा ने पूर्व विधानसभा अध्यक्ष धनीराम वर्मा की बहु रेखा वर्मा को उतारा है।
फर्रुखाबाद ने कांग्रेस नेता सलमान खुर्शीद की पत्नी लुइस खुर्शीद हैं तो कल्याणपुर सीट से फिरोजाबाद सीट से पूर्व विधायक अजीम भाई की पत्नी शाजिया हसन को बसपा ने टिकट दिया है। कांग्रेस ने हस्तिनापुर से अभिनेत्री अर्चना गौतम, शूटर पूनम पण्डित, टीवी एंकर निदा अहमद, सोशल मीडिया एक्टिविस्ट पंखुड़ी पाठक को नोएडा से मैदान में उतारा है।