पीडब्ल्यूडी ठेकेदार राकेश पांडेय पर आईटी का शिकंजा, 20 करोड़ रुपए किए सरेंडर
लखनऊ
सड़क निर्माण का ठेका लेने वाली एक बड़ी फर्म के लखनऊ स्थित ठिकाने पर आयकर का सर्च ऑपरेशन रविवार दूसरे दिन भी जारी रहा। ठेकेदार ने 20 करोड़ रुपए सरेंडर किए हैं। यानी उन्होंने अपनी आय इतनी बता दी है। अब इस पर आयकर विभाग टैक्स की कार्रवाई करेगा। आयकर की टीमें सुबह छह बजे सोमवार को वापसी के लिए रवाना होंगी।
पीडब्ल्यूडी ठेकेदार का लक्ष्मणपुरी स्थित घर, इलाके के इक्का दुक्का आलीशान भवनों में एक है। मार्बल फिनिशिंग, पारदर्शी फाइबर से सुसज्जित इस घर की वास्तुकला की चर्चा इस इलाके में रहने वाले भी करते हैं। रविवार को यहां बाहर पुलिस का पहरा था। भीतर आयकर की टीमें सर्च ऑपरेशन में जुटी हुई थीं। इसके पूर्व शनिवार को सड़क निर्माण का ठेका लेने वाली फर्म आलोक कंस्ट्रक्शन के मुखिया के गोंडा स्थित प्लांट और लखनऊ के लक्ष्मणपुरी स्थित घर पर छापा मारा था। लोकनिर्माण विभाग के ठेकेदार राकेश पांडेय गोंडा, बहराइच, बस्ती और बलरामपुर में ठेकेदारी करते हैं।
आयकर सूत्रों के अनुसार ठेकेदार ने जो अपनी आय बताई है अब उस पर ही टैक्स की कार्रवाई की जाएगी। सर्च ऑपरेशन के दौरान टीमों को 42 लाख रुपए कैश और कुछ महत्वपूर्ण दस्तावेज भी मिले। बरेली, शाहजहांपुर समेत कई जिलों से आयकर की टीमें इस छापेमारी में शामिल हुईं। कुल पांच में से चार टीमें रविवार को दिन में तीन बजे के करीब ही दस्तावेज लेकर रवाना हो गई थीं। देर शाम तक बयान लेने की कार्रवाई की जा रही थी।