गोरखपुर में अब बरेली में हैंड ग्रेनेड मिलने से हड़कंप
बरेली
उत्तर प्रदेश में बुधवार को एक बार फिर पुलिस, एटीएस, एसटीएफ और तमाम खुफिया एजेंसियां हाई अलर्ट मोड में आ गईं। रविवार की देर शाम जहां गोरखपुर में मुर्तजा ने पीएसी जवानों पर हमला करके आतंक फैलाने की कोशिश की थी वहीं बुधवार को बरेली में हाईवे के किनारे हैंड ग्रेनेड मिलने से हड़कंप मच गया है। नाले की खुदाई के दौरान मिले इस हैंड ग्रेनेड पर सबसे पहले एक मजदूर की नज़र पड़ी। उसकी सूचना पर मौके पर जिले के तमाम बड़े अफसर थोड़ी ही देर में पहुंच गए। बम स्क्वायड को भी मौके पर बुला लिया गया।
आनन-फानन में पूरे इलाके की घेराबंदी कर पुलिस जांच में जुट गई। बरेली के सुभाष नगर थाना क्षेत्र के कारगेना इलाके में यह हैंडग्रेनेड मिला है। शहर के पॉश इलाके में शुमार इस इलाके में बदायूं रोड हाईवे पर करगैना चौकी के पास नाले की खुदाई का काम चल रहा था। इसी दौरान जेसीबी चलाते समय हैंड ग्रेनेड बाहर आ गया। एक मजदूर की नज़र हैंड ग्रेनेड पर पड़ी। इसके बाद वहां काम रोक दिया गया। मामले की जानकारी तत्काल पुलिस को दी गई। स्थिति की गंभीरता को समझते हुए थोड़ी देर में ही मौके पर जिले के तमाम बड़े अधिकारी पहुंच गए। एहतियातन आसपास के ट्रैफिक को भी रोक दिया गया। पुलिस ने बम स्क्वायड को भी मौके पर बुला लिया। एसएसपी रोहित सिंह साजवान ने मामले की जांच का आदेश दिया है। फिलहाल मौके पर पुलिस बल ने घेराबंदी कर दी है ताकि हैंड ग्रेनेड मिलने की जगह पर कोई न पहुंच पाए। हैंड ग्रेनेड मिलने की सूचना पर पुलिस के साथ ही खुफिया विभाग भी जांच में जुट गया है। पता लगाने की कोशिश हो रही है कि आखिर हाईवे के किनारे हैंड ग्रेनेड कैसे पहुंचा। इसके पीछे कहीं कोई बड़ी साजिश तो नहीं है।
गोरखपुर में क्या हुआ था
गोरखनाथ मंदिर सुरक्षा में तैनात पीएसी के दो जवानों पर रविवार की देर शाम धारदार हथियार लेकर मुर्तजा नाम के एक शख्स ने हमला कर दिया। ताबड़तोड़ प्रहार कर उसने दोनों जवानों को गंभीर रूप से घायल कर दिया और 10 मिनट तक वहां तैनात सुरक्षाकर्मियों से जूझता रहा। लोगों की मदद से सुरक्षाकर्मियों ने हमलावर को धर दबोचा। सीएम योगी आदित्यनाथ ने इस मामले की जांच यूपी एटीएस को सौंपी है। उन्होंने मुर्तजा को पकड़ने वाले पुलिसकर्मियों को 5-5 लाख रुपए इनाम का ऐलान भी किया है। यूपी पुलिस के मुताबिक मुर्तजा के इस हमले के पीछे आतंकी कनेक्शन हो सकता है। यूपी एटीएस को अभी तक की जांच में मुर्तजा के लैपटॉप, मोबाइल, बैग, कमरे और उससे जड़े लोगों से पूछताछ के जरिए कई अहम सुराग भी मिले हैं। आईआईटी मुंबई से केमिकल इंजीनियरिंग में बीटेक मुर्तजा अच्छी नौकरी छोड़कर ऐप डेवलपर का काम करता था। बताया जा रहा है कि वह लंबे समय से खुफिया एजेंसियों के रडार पर था। शक है कि मुर्तजा आईएसआईएस जैसे आतंकी संगठनों से प्रभावित था। वह किसी बड़ी आतंकी वारदात को अंजाम देना चाहता था लेकिन अवसाद या किसी अन्य वजह से गोरखनाथ मंदिर गेट पर तैनात पीएसी जवानों पर धारदार हथियार से हमला कर दिया और पकड़ा गया।