RJD की बैठक: राजनीतिक गलियारों में चर्चा, बैठक के बाद पार्टी में आ सकता है भूचाल
पटना (बिहार)। लालू परिवार के लिए आज का दिन बेहद खास है, क्योंकि राजधानी पटना के पांच सितारा होटल में राष्ट्रीय जनता दल की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक चल रही है। जिसमें पार्टी के कई अहम फैसले लिए जाएंगे। राजनीतिक गलियारों में चर्चा हो रही है कि लालू यादव बड़ा फैसला लेते हुए आरजेडी की कमान तेजस्वी यादव के हाथों में सौंप सकते हैं। इस बैठक में आरजेडी राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव समेत उनके दोनों बेटे मौजूद हैं।
दरअसल, इस बैठक में राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू प्रसाद का भी भाषण होगा। वह आऩे वाले समम में पार्टी कैसी होगी और इसके प्रमुख्य कौन होंगे इसका फैसला भी वही करेंगे। पार्टी का नया राष्ट्रीय अध्यक्ष कौन होगा इसका फाइनल भी आज हो सकता है। हालांकि अब देखना होगा कि लालू इस बैठक में क्या बोलने वाले हैं। उनके भाषण और फैसले का सबसे बेसब्री से इंतजार है।
बता दें कि लालू प्रसाद यादव की लगातार सेहत खराब होने के चलते आरजेडी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक गई है। वहीं चारा घोटाला के डोरंडा कोषागार मामले में 15 फरवरी को रांची की निचली अदालत फैसला सुनाने वाली है। इस केस में एक बार फिर लालू की मुश्किलें बढ़ती हुई दिख रही हैं। इस बात की आशंका जताई जा रही है कि लालू को इस आखिरी मामले में जेल यात्रा करनी पड़ सकती है। इसलिए खुद लालू अब यह चाहते हैं कि पार्टी संगठन को मजबूत करने के लिए यह महत्वपूर्ण जिम्मेदारी सक्रिय नेता के हाथ में सौंपी जाए।
आरजेडी इस महमत्वपूर्ण बैठक में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव, पूर्व मंत्री और छात्र जनशक्ति परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष तेज प्रताप यादव, राजसभा सदस्य मीसा भारती, सीनियर नेता शिवानंद तिवारी,उदय नारायण चौधरी, जयप्रकाश नारायण यादव, श्याम रजक, सुनील सिंह आदि कई वरिष्ठ नेता मौजूद हैं। बैठक में पूर्व मुख्यमंत्री और लालू की पत्नी राबड़ी देवी मौजूद नहीं हैं। वहीं राष्ट्रीय परिषद के सदस्य नीरा यादव को कार्यकारिणी की बैठक में नहीं बुलाया गया है।
राजनीतिक गलियारों में चर्चा यह भी चल रही है कि इस बैठक के बाद पार्टी में सियासी भूचाल आना तय है। माना जा रहा है कि अगर लालू यादव प्रसाद अपने छोटे बेटे और नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव को आरजेडी की कमान सौंपते हैं तो परिवारिक कलह भी सामने आ सकती है। क्योंकि इसके बाद लालू के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव की पार्टी में क्या भूमिका होगी। वह आरजेडी में अपने आपको उपेक्षित महसूस करते रहे हैं। कई बार उनकी नारजगी भी खुलकर सामने आ चुकी है। वह अपने आप को अपने पिता का राजनीतिक वारिस मानते हैं।