भतीजे अखिलेश पर भड़के शिवपाल यादव, बोले- उनका बयान गैरजिम्मेदाराना और बचकाना है
लखनऊ
समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव के बयान पर उनके चाचा शिवपाल यादव ने तीखा पलटवार किया है। शिवपाल यादव ने कहा कि यह बहुत ही गैरजिम्मेदाराना और बचकाना बयान है। मैं सपा के 111 विधायकों में से एक हूं, जिन्होंने विधानसभा चुनाव में जीत दर्ज की है। अगर अखिलेश मुझे भाजपा में भेजना चाहते हैं तो उन्हें मुझे पार्टी से निकाल देना चाहिए। दरअसल अखिलेश यादव ने कहा था कि आखिर भाजपा शिवपाल यादव को अपनी पार्टी में शामिल करने में देरी क्यों कर रही है, अखिलेश के इसी बयान पर शिवपाल ने पलटवार किया है। इसे भी पढ़ें- 'कोरोना खत्म नहीं हुआ, लेकिन अब देश बेहतर स्थिति में है', कोविड-19 समीक्षा बैठक में बोले पीएम मोदी दरअसल जबसे यह खबर सामने आई है कि आजम खान अखिलेश यादव से नाराज हैं, उसके बाद से ही सपा में हलचल बढ़ गई है।
शिवपाल यादव ने आजम खान से जेल में जाकर मुलाकात की। जिसके बाद माना जा रहा था कि शिवपाल यादव आजम खान के साथ मिलकर कुछ नया राजनीतिक दांव चलने की तैयारी में हैं। हालांकि इस बारे में जब शिवपाल यादव से पूछा गया तो उन्होंने इसपर कुछ भी जवाब देने से इनकार कर दिया। उन्होंने कहा कि सही समय आने पर आप लोगों को उचित जानकारी दी जाएगी। जिसके बाद अखिलेश यादव ने शिवपाल यादव पर तंज कसते हुए कहा था कि अगर भाजपा उन्हें लेना चाहती है तो ले ले, लेकिन मुझे समझ नहीं आ रहा है कि भाजपा इतना खुश क्यों है।
अहम बात यह है कि अखिलेश यादव और शिवपाल यादव के बीच दूरी काफी लंबे समय से है। विधानसभा चुनाव के नतीजे आने के बाद जब अखिलेश यादव ने अपने नवनिर्वाचित विधायकों की बैठक बुलाई तो उन्होंने चाचा शिवपाल यादव को नहीं बुलाया। चुनाव से पहले शिवपाल यादव अपनी पार्टी प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के लिए 100 सीटें चाहते थे लेकिन अखिलेश ने उन्हें सिर्फ एक सीट देने का फैसला किया और वह शिवपाल यादव को दी गई। शिवपाल यादव जसवंत नगर विधानसभा सीट से चुनाव लड़े और वो भी सपा के चुनाव चिन्ह पर। ऐसे में जब सपा विधायकों की बैठक हुई और उमसे अखिलेश ने उन्हें नहीं बुलाया तो शिवपाल यादव की नाराजगी बढ़ गई और इसके बाद उन्होंने योगी आदित्यनाथ से मुलाकात की और बाद में जेल जाकर आजम खान से भी मुलाकात की।