योगी की बढ़ती लोकप्रियता से बौखलाए आतंकी संगठन
लखनऊ
यूपी के सीएम के रूप में योगी आदित्यनाथ के चुनाव के बाद, गोरखनाथ मंदिर राजनीतिक शक्ति केंद्र के रूप में उभरा है और अक्सर शीर्ष व्यक्तियों द्वारा दौरा किया जाता है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ खुद योगी को अक्सर मठ में पूजा पाठ के लिए जाते रहते हैं। राजनीतिक पंडितों की माने तो जिस तरह से योगी आदित्यनाथ पूरे देश में लोकप्रिय हो रहे हैं उससे वह आतंकवादियों के निशाने पर आ गए हैं। यूपी ही नहीं पूरे देश में बीजेपी के फायर ब्रांड नेता बनते जा रहे योगी क्यों निशाने पर हैं इसके पीछे की कहानी समझनी बड़ी जरूरी है।
योगी आदित्यनाथ राजनीतिक पंडितों की माने तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बाद, यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ देश में हुए विभिन्न विधानसभा चुनावों में हिंदुत्व का चेहरा साबित हुए हैं। हालांकि बीजेपी के एक वरिष्ठ नेता नाम न छापने की शर्त पर कहते हैं कि आने वाले समय में सीएम योगी की हिंदुत्व के समर्थक की छवि को पूरे देश में बिखेरने की जरूरत है ताकि उन्हें राष्ट्रीय राजनीति में बढ़ावा मिल सके। योगी की बढ़ती छवि से परेशान आतंकी अब उनको अपने निशाने पर ले रहे हैं।
बीजेपी सूत्रों की माने तो इससे योगी आदित्यनाथ को एक ऐसी छवि विकसित करने में सुविधा होगी जो पीएम मोदी और भाजपा से स्वतंत्र हो । इसी एजेंडे को लेकर इस सप्ताह संघ की गुप्त बैठक वृंदावन में हुई थी, जिसमें तय किया गया था कि अयोध्या मंदिर, राष्ट्रीय एकता, अनुच्छेद 370, जनसंख्या नियंत्रण विधेयक और आतंकवाद नियंत्रण जैसे मुद्दों को उजागर करना जरूरी है। यह बैठक वृंदावन के केशव धाम में आरएसएस के सहायक संगठनों के दो दिवसीय शिविर के तहत कुछ समय पहले आयोजित की गई थी। परिसर में रहती है पुख्ता सुरक्षा व्यवस्था योगी के कार्यकाल में, राज्य सरकार ने शीर्ष नेताओं और सरकारी पदाधिकारियों के लगातार दौरे के कारण मंदिर परिसर की सुरक्षा बढ़ा दी है।
परिसर को खतरों से बचाने के लिए एक अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (एएसपी) और पुलिस उपाधीक्षक (डीएसपी) पद सृजित किया गया है। यूपी पुलिस के प्रस्ताव के आधार पर सरकार ने इस साल जनवरी में प्रस्ताव को मंजूरी दी थी। क्या था मामला गोरखनाथ मंदिर के बाहर रविवार को एक बड़े सुरक्षा उल्लंघन में एक अज्ञात हमलावर ने दो पुलिस कांस्टेबलों पर हमला कर दिया। धारदार हथियार से हमला किए गए कांस्टेबलों को चोटें आईं और उनका इलाज चल रहा है। 29 वर्षीय युवक ने जबरन मंदिर परिसर के अंदर जाने के दौरान धार्मिक नारे भी लगाए। सुरक्षाकर्मियों ने उन्हें काबू कर लिया और हिरासत में ले लिया। हमले के पीछे के कारणों का अभी पता नहीं चल पाया है लेकिन यह पुलिस पर अकारण हमला था।