सड़कों के निर्माण से विकास का पहिया चल पड़ा
दंतेवाड़ा
शासन द्वारा जनजाति और सुदूर अंचल क्षेत्रों में आवागमन सुविधा को बढ़ाने के लिए विशेष प्रयास कर रही है। जिले के अतिसंवेदनशील एवं नक्सल प्रभावित तथा दुरस्थ अचंल के ग्रामों में आवागमन की असुविधा को ध्यान में रखते हुये, जिला प्रशासन तथा लोक निर्माण विभाग द्वारा विभिन्न मार्गाे का निर्माण किया गया। जिसके लिए विभाग को वहां तक पहुंचने मे कई दिक्कतों का सामना भी करना पड़ा कभी नक्सलियों का भय था तो कभी जंगली जानवर नदी-पहाड़ का खतरा लेकिन अपने इरादों को मजबूत करते हुए सड़क का निर्माण में लगे रहे जिसके फलस्वरूप अंदरूनी क्षेत्र के गांव भी जिला मुख्यालय से जुड़ गये है। लोक निर्माण विभाग द्वारा आर. आर. पी-2 योजनान्तर्गत जिला दंतेवाड़ा के कारली से अलीयन्चा मार्ग लंबाई 5.60 कि.मी. पुल-पुलिया सहित निर्माण कार्य की लागत राशि 461.17 लाख रुपये की स्वीकृति प्रदान की गई है। वर्तमान में सड़क निर्माण कार्य लंबाई 5.60 कि.मी. पूर्ण कर लिया गया है। कमेली- दुगेली मार्ग लम्बाई 7.00 कि.मी. पुल-पुलिया सहित चौड़ीकरण कार्य दन्तेवाड़ा अन्तर्गत सड़क निर्माण कार्य की लागत राशि 300.33 की स्वीकृति प्रदान की गई है। वर्तमान में 7.00 किमी डामरीकरण कार्य पूर्ण कर लिया गया। उक्त मार्ग के पूर्ण होने से दन्तेवाड़ा जिला मुख्यालय से सीधे आवागमन तथा इस क्षेत्र के आम जनता लाभान्वित हो रहे हैं।
मार्ग के पूर्ण होने से जिला मुख्यालय से सीधे आवागमन की सुविधा हुई तथा इस क्षेत्र के आम जनता लाभान्वित हो रहे हैं। कटेकल्याण-कापानार मार्ग संम्बाई 2.80 कि.मी. चौड़ीकरण कार्य दन्तेवाड़ा अन्तर्गत सड़क निर्माण कार्य के लिए 251.78 लाख रुपये की स्वीकृति प्रदान की गई है। वर्तमान में सड़क कार्य 2.80 कि.मी. पूर्ण कर लिया गया है। उक्त मार्ग के पूर्ण होने से दन्तेवाड़ा से कटेकल्याण होते हुए तीरथगढ़ जलप्रपात व जगदलपुर जिला आवागमन जुड़ जाने से तथा दन्तेवाड़ा सुकमा एवं जगदलपुर के आम जनता लाभान्वित हो रहे हैं।