UP के सियासी अखाड़े में इस बार बड़ी-बड़ी डिग्रियों वाले उम्मीदवार, कोई MBA तो किसी ने PHD के बाद ठोंकी ताल
लखनऊ
कोई पीएचडी तो कोई विदेशी डिग्री लेकर मैदान में है। किसी ने एमबीए की डिग्री ली है तो कोई पीएचडी कर चुका है लेकिन अब राजनीति में हाथ आजमा रहे हैं। इनमें कई ऐसे युवा प्रत्याशी हैं जिन्होंने इन डिग्रियों के बल पर नौकरी करने की बजाय सियासी अखाड़े को चुना है।
बिधूना के वर्तमान विधायक विनय शाक्य की बेटी रिया शाक्य की तो उन्होंने सिम्बियासिस इंटरनेशनल यूनिवर्सिटी से बैचलर ऑफ डिजाइन की डिग्री ली है। उनके पिता सपा में जा चुके हैं लिहाजा उनकी जगह अब वह भाजपा से चुनाव मैदान में हैं। रामपुर की स्वार सीट से प्रत्याशी हैदर अली खां यानी हमजा मियां ने यूं तो लंदन की एसेक्स यूनिवर्सिटी से अंतराष्ट्रीय राजनीति में पढ़ाई की है लेकिन उन्हें अपने देश की सियासत से लगाव है और वह अपना दल-(स) के टिकट पर चुनाव मैदान में उतरे हैं। हमजा मियां रामपुर के नवाब खानदान से ताल्लुक रखते हैं।
माधोगढ़ से कांग्रेस के प्रत्याशी सिद्धार्थ देवोलिया ने तकनीकी शिक्षा प्राप्त की है और वह बीटेक है वहीं मऊरानीपुर से रश्मि आर्य ने प्रबंधन में पीएचडी किया है। वह भाजपा गठबंधन की प्रत्याशी हैं। हमीरपुर से भाजपा प्रत्याशी मनोज प्रजापति और बुढ़ाना से कांग्रेस प्रत्याशी देवेन्द्र कुमार भी बीटेक हैं। नोएडा से भाजपा प्रत्याशी पंकज सिंह ने एमिटी बिजनेस स्कूल से पीजीडीबीएम की उपाधि ली है तो आगरा कैंट से ही भाजपा प्रत्याशी जीएस धर्मेश डाक्टर हैं।