उदंती सीतानदी टाईगर रिजर्व में खोजना था बाघ, वन विभाग ने खोजा दुनिया का सबसे बड़ा मेंढक
मैनपुर
उदंती सीतानदी टाईगर रिजर्व में बहुत ही हास्यप्रद बात निकल कर सामने आ रही है जिसमें 40 करोड़ रुपए खर्च करने के बाद वन विभाग ने उदंती सीतानदी टाईगर रिजर्व में दुनिया का सबसे बड़ा मेंढक को खोजा है। वन विभाग को यहाँ पर बाघ खोजना था परन्तु आज तक बाघ का कोई भी प्रमाण वन विभाग को नहीं मिल पाया है।
पत्रकारों को सीसीएफ राजेश पांडेय ने बताया कि उदंती सीतानदी टाईगर रिजर्व में नहीं है कोई भी बाघ। इससे साबित होता है की उदंती सीतानदी टाईगर रिजर्व में कोई भी बाघ नहीं है। बाघ होने की झूठी जानकारी दे कर वन विभाग ने दस साल में 40 करोड़ से भी ज्यादा राशि खर्च कर चुका है। करोडो खर्च करने के बाद भी आज तक वन विभाग को बाघ का कोई भी पुख्ता प्रमाण नहीं मिल पाया है। वन विभाग उदंती सीतानदी टाईगर रिजर्व में बाघ होने की झूठी जानकारी राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण – एनटीसीए को सालो से देता आ रहा है।
इस सम्बन्ध में पत्रकारों ने कुल्हाडीघाट के सरपंच बन सिंग सोरी और क्षेत्रीय निवासियों से चर्चा किया। इस दौरान उन्होंने ने बताया कि निवासियों ने आज तक कोई भी बाघ नहीं देखा है। कुल्हाड़ीघाट में वन विभाग के द्वारा बाघ का फर्जी मल बनाया जाता है जिसके संबंध में गरियाबंद कलेक्टर को शिकायत किया गया था उसके बाद इस पर कोई नहीं की गई हैं।