सीएम योगी के साथ विजय सिंह भी जीते,क्या लेंगे शेर अली के 4 बीघे खेत?
बदायूं
यूपी विधानसभा चुनाव में बीजेपी की प्रचंड जीत के साथ बदायूं के विजय सिंह भी जीत गए हैं। विजय सिंह ने कोई चुनाव नहीं लड़ा था लेकिन फिर भी वे जीत गए हैं। दरअसल, बदायूं के बिरियाडांडी गांव में विजय सिंह की ये जीत उस शर्त में हुई है जो उनके और गांव के शेर अली के बीच चुनाव के पहले लगाई गई थी। विजय सिंह बीजेपी के समर्थक हैं और शेर अली सपा के। दोनों के बीच शर्त लगी थी कि यदि बीजेपी जीती तो शेर अली की चार बीघा जमीन की जोत एक साल के लिए विजय सिंह की होगी। दोनों के बीच लगी इस शर्त पर बकायदा अंगूठे का निशान लगाकर करारनामा तैयार किया गया था, जो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हुआ था।
दरअसल, सातवें चरण का मतदान खत्म होने के बाद आए एग्जिट पोल में बीजेपी की पूर्ण बहुमत के साथ वापसी की भविष्यवाणी को लेकर गांव में बहस छिड़ गई थी। बिरियाडांडी गांव बदायूं के शेखूपुर विधानसभा सीट के ककराला नगर पालिका क्षेत्र में पड़ता है। विजय सिंह और शेर अली दोनों किसान हैं। उनके बीच राजनीतिक भविष्यवाणी को लेकर ठीक उसी तरह बहस शुरू हुई थी जैसे किसी भी चौक-चौराहे या चाय-पान की दुकान पर किसी पार्टी की जीत हार को लेकर आमतौर पर होती है। लेकिन यहां दोनों के बीच बात इतनी बढ़ गई कि मामला पंचायत तक जा पहुंचा। विजय सिंह का कहना था कि भाजपा सरकार बनेगी तो शेर अली दावा कर रहे थे कि सपा जीतने जा रही है।
इसके बाद गांव के प्रमुख लोगों को बुलाकर पंचायत लगाई गई। इस दौरान दोनों ने शर्त लगाई कि यदि बीजेपी की सरकार बनी तो शेर अली शाह अपनी चार बीघा जमीन विजय सिंह को एक साल तक खेती के लिए देंगे। वहीं, यदि सपा की सरकार बनी तो विजय सिंह को 4 बीघा जमीन एक साल के लिए शेर अली के हवाले करनी होगी। दोनों में से कोई पक्ष मुकर ना जाए, इसके लिए गांव के प्रमुख लोग किशनपाल सेंगर, जय सिंह शाक्य, कन्ही लाल, राजाराम, उमेश, राजीव कुमार, सतीश कुमार सहित 12 लोग गवाह बने। पंचायत में करारनामा लिखा गया, जो अब सोशल मीडिया पर वायरल होने लगा।