अपनों के बीच पहुंचे आजम खान तो जुबां पर आया दर्द, कहा- जो हुआ उसे कभी भूल नहीं सकते
रामपुर
सीतापुर जेल से रिहाई के बाद रामपुर पहुंचे समाजवादी पार्टी के नेता आजम खान ने कहा है कि उनके साथ, उनके परिवार और शहर के साथ जो कुछ हुआ है उसे कभी भूला नहीं जा सकता है। घर पहुंची भीड़ का शुक्रिया अदा करते हुए आजम खान ने कहा, ''मेरे शहर को उजाड़ दिया था, सिर्फ इसलिए कि यहां तुम्हारी आबादी है। तारीख तो तोड़ा-मरोड़ा जा सकता है लेकिन भुलाया नहीं जा सकता।'' आजम खान ने आपातकाल के दौरान पौने दो साल जेल में बिताने का जिक्र करते हुए कहा कि एक बार फिर हालात ने उनसे कुर्बानी ली है। उन्होंने कहा कि 40 साल का सफर बेकार नहीं जाएगा। दिन दरख्तों को समझा जा रहा है कि ये सूख गए हैं, उनमें फिर बहार आएगी।
सीतापुर जेल से रिहा होने के बाद रामुपर पहुंचे आजम खान का रास्ते में कई जगह स्वागत किया गया। उनके घर पर भी बड़ी संख्या में समर्थक उमड़े हुए थे। कार्यकर्ताओं को कार से ही संबोधित करते हुए आजम खान ने न्यायपालिका का भी शुक्रिया अदा किया। आजम खान ने अपने जेल के अनुभव पर कहा, ''हमें जेल में ऐसे रखा गया जैसे अंग्रेजों के जमाने में उन कैदियों को रखा जाता था जिन्हें दो-तीन दिन में फांसी होने वाली होती थी। हमारे बैरक के पास ही फांसी घर भी था। हमने जेल में कैसे वक्त गुजारा है, हम ही जानते हैं। पत्नी और बच्चे के आने के बाद बहुत तन्हा महसूस किया।''