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मलावी में चक्रवात फ्रेडी के कहर से 326 की मौत, हजारों घर धराशायी, लाखों हुए विस्थापित

मलावी । दक्षिण अफ्रीका के मलावी में चक्रवात फ्रेडी ने कोहराम मचाया। चक्रवात फ्रेडी से मलावी में मरने वालों की संख्या 225 से बढ़कर 326 हो गई है। देश में दो हफ्ते का राष्ट्रीय शोक और आपातकाल घोषित किया गया है। देश के राष्ट्रपति ने गुरुवार को कहा कि दक्षिणी अफ्रीका में पीड़ितों की कुल संख्या फरवरी से 400 से अधिक हो गई है। बचावकर्ता अधिक शवों की खोज कर रहे हैं, क्योंकि चक्रवात के बाद दक्षिणी अफ्रीका की मुख्य भूमि पर जीवित बचे लोगों को खोजने की संभावना कम हो गई है। 
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार विस्थापित लोगों की संख्या 1 लाख 83 हजार 159 हो गई है। मलावी के राष्ट्रपति चकवेरा ने वैश्विक सहायता के लिए अपनी अपील फिर से शुरू की है। इस सप्ताह मूसलाधार बारिश के कारण बाढ़ और कीचड़ में कई जीवित लोग फंस चुके हैं, बचावकर्ता पीड़ितों की तलाश कर रहे हैं। बचे लोगों के लिए 300 से अधिक आपातकालीन आश्रय स्थल बनाए गए हैं, जबकि संकट से निपटने के लिए सेना और पुलिस को तैनात किया गया है।
राष्ट्रपति चकवेरा ने कहा कि चक्रवात ने संपत्ति, घरों, फसलों और बुनियादी ढांचे को नष्ट कर दिया है, जिसमें उन पुलों को भी शामिल किया गया है, जिन्हें तुरंत निर्माण करने की जरूरत है। दक्षिणी अफ्रीका में पहली बार चक्रवात का सामना फरवरी के अंत में करना पड़ा।
मेडागास्कर में व मोजाम्बिक भी चक्रवात से प्रभावित
मेडागास्कर और मोजाम्बिक भी चक्रवात से प्रभावित है। बुधवार से बारिश कम हो गई है लेकिन फ्रेडी अभी भी दुनिया के सबसे लंबे उष्णकटिबंधीय तूफानों में से एक बनने की राह पर है। मोजाम्बिक में तूफान ने पिछले हफ्तों में कम से कम 73 लोगों की मौत और हजारों लोगों को विस्थापित किया और मेडागास्कर में 17 और लोगों की मौत हो गई। मोजाम्बिक के राष्ट्रपति फिलिप न्यासी ने भी मलावी की सीमा से सटे जाम्बेज़िया प्रांत का दौरा करने के बाद नष्ट हुए बुनियादी ढांचे के पुनर्निर्माण के लिए आपातकालीन सहायता की अपील की है।
पीएम नरेंद्र मोदी ने जाहिर की चिंता
पीएम नरेंद्र मोदी ने विगत दिवस मंगलवार को चक्रवाती तूफान फ्रेडी पर चिंता जाहिर की थी। उन्होंने मलावी, मोजाम्बिक और मेडागास्कर में हुई तबाही को लेकर शोक व्यक्त किया था और कहा था कि भारत कठिन समय में प्रभावित देशों के लोगों के साथ खड़ा है।

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