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केंद्रीय कृषि मंत्री के गृह जिले सहित उनके क्षेत्र के किसान परेशान, हो रही मूंग खरीदी में माथापच्ची

- वेयर हाउस संचालकों को नहीं मिला दो-दो साल से मूंग भंडारण का किराया, अब सेंटर बनाने में जताई असमर्थता

सीहोर। केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान के गृह जिले सीहोर सहित उनके गृह क्षेत्र बुधनी के किसान परेशान हैं। अब तक किसानों की मूंग खरीदी का कार्य शुरू नहीं हुआ है। इसके कारण अब किसानों की चिंता ज्यादा बढ़ने लगी है। इधर सरकार की मूंग-उड़द खरीदी पॉलिसी ने भी किसानों की चिंता को बढ़ा दिया है। दरअसल हाल ही में जारी की गई मूंग-उड़द खरीदी पॉलिसी में किसानों से 8 क्विंटल प्रति हेक्टेयर मूंग खरीदी तय की गई है। यानी कि प्रति एकड़ करीब 3 क्विंटल मूंग खरीदी जाएगी। एक किसान अधिकतम समर्थन मूल्य पर 100 क्विंटल मूंग बेच सकेगा।
राज्य सरकार द्वारा समर्थन मूल्य 8558 रूपए प्रति क्विंटल की दर से मूंग खरीदी का कार्य किया जाएगा। मूंग खरीदी का कार्य 24 जून से शुरू होकर 31 जुलाई तक चलेगा। हालांकि अब तक खरीदी का कार्य शुरू नहीं किया गया है। इसके कारण किसानों के माथे पर चिंता की लकीरें खींचने लगी है, क्योंकि किसान मूंग बेचने के इंतजार में है, लेकिन अब तक खरीदी के लिए सेंटर ही तय नहीं हो सके हैं।

वेयर हाउस संचालकों ने किया सेंटर बनाने से इंकार-
सीहोर जिले की रेहटी, भैरूंदा और बुधनी तहसील में मूंग का ज्यादा रकबा होता है। यहां पर किसान बड़े रकबे में मूंग की फसल लगाते हैं। इस वर्ष मूंग का उत्पादन भी हर साल की तुलना में अच्छा हुआ है। किसानों का औसतन मूंग प्रति एकड़ 7 से 8 क्विंटल निकला है। ज्यादातर किसानों ने समर्थन मूल्य पर मूंग बेचने के लिए रखा हुआ है, लेकिन अब तक मूंग की खरीदी के लिए सेंटर ही तय नहीं हो सके हैं। वेयर हाउस संचालकों ने भी सेंटर देने में असमर्थता जताई है। भैरूंदा तहसील के वेयर हाउस संचालक पहले ही एसडीएम को ज्ञापन सौंप चुके हैं कि वे इस बार अपने वेयर हाउस मूंग खरीदी के लिए नहीं देंगे। दो-दो साल से उनको मूंग के भंडारण का किराया नहीं दिया गया है। अन्य फसलों का किराया भी उन्हें करीब 10 माह से अधिक समय से नहीं दिया गया है। अब रेहटी तहसील के वेयर हाउस संचालक भी ज्ञापन सौंपने की तैयारी में है। ऐसे में किसानों की चिंता बढ़ना लाजमी है।

एक किसान से अधिकतम 100 क्विंटल ली जाएगी मूंग-
मूंग खरीदी पॉलिसी में तय किया गया है कि एक किसान प्रति हेक्टेयर 8 क्विंटल और अधिकतम 100 क्विंटल मूंग ही बेच सकेगा। ऐसे में बड़े किसान जिनके पास 100 क्विंटल से अधिक मूंग है उन्हें मूंग बेचने में परेशानियों का सामना भी करना पड़ेगा। गत वर्ष समर्थन मूल्य पर 15 क्विंटल प्रति हेक्टेयर की दर से मूंग खरीदी गई थी, लेकिन इस बार इसे आधा कर दिया गया है।

ये बोले वेयर हाउस संचालक-
एसोसिएशन ऑफ वेयर हाउसिंग ऑनर मध्यप्रदेश के रेहटी तहसील के अध्यक्ष चेतन पटेल का कहना है कि वेयर हाउस संचालकों को मूंग भंडारण का दो-दो वर्षों का किराया नहीं दिया गया है। अन्य फसलों का किराया भी 10 माह से अधिक समय से नहीं मिला है। ऐसे में इस बार मूंग खरीदी के लिए सेंटर नहीं दिया जाएगा। एसोसिएशन ऑफ वेयर हाउसिंग ऑनर मध्यप्रदेश के भैरूंदा तहसील के अध्यक्ष पंकज पंवार का कहना है कि तहसील के वेयर हाउस संचालकों को दो वर्षों का मूंग का किराया नहीं दिया गया है। इसके लिए हमने कई बार मांग भी की, लेकिन अब तक किराया नहीं दिया गया है। इस संबंध में एसडीएम को ज्ञापन सौंपकर मूंग खरीदी के लिए सेंटर देने में असमर्थता भी जताई है।

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