जीतन राम मांझी ने कहा- एक बार नहीं हजार बार ब्राह्मणों को अपशब्द कहूंगा, जो गलत काम करते हैं
पटना
हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अपने विवादित बयानों को लेकर पिछले कई महीनों से बिहार की राजनीति में चर्चा के कारण बने हुए हैं। हाल ही में एक सभा के दौरान मांझी ने ब्राह्मण समाज को लेकर विवादित बयान था। वहीं अब एक बार फिर मांझी ने अभद्र टिप्पणी की है। मांझी ने ब्राह्मण की परिभाषा बताते हुए कहा है कि मैं जिनको अपशब्द बोलता हूं वह ब्राह्मण हैं ही नहीं, वो मांस मछली खाता है, शराब पीता है, पढ़ता-लिखता नहीं है और हर कुकर्म करता रहता है, ऐसे ब्राह्मणों को मैं एक बार नहीं सैंकड़ों बार अपशब्द कहूंगा।
जीतन राम मांझी ने कहा कि जो ऐसा काम करेंगे उनको हम अपशब्द ही कहेंगेष उसे हम सम्मान नहीं दे सकते हैं। मीडिया से बात करते हुए जीतन राम मांझी ने कहा कि मैं ब्राह्मण नहीं बल्कि ब्राह्मणवाद के खिलाफ हूं और आगे भी ऐसे ही रहूंगा। पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने कहा कि मैं सनातन धर्म को मानता हूं। मैं ब्राह्मणवाद का विरोध करता हूं, चाहे मेरी जान ही क्यों ना चली जाए, मैं डरने वाला नहीं हूं।
पूर्व सीएम जीतन राम मांझी ने कहा कि मैं अपने समाज के लोगों को बताऊंगा कि ऐसे ब्राह्मणवाद से डरने की जरूरत नहीं है। वहीं जीभ काटने की बात पर जीतन राम मांझी ने कहा कि इस मुद्दे को हमारे समाज के लोग देखेंगे और मैं इस पर कुछ नहीं कहूंगा। कोई मेरी जीभ काटेगा तो मेरा समाज देखता रहेगा मैं देखता रहूंगा मैं डरने वाला नहीं हूं।
बता दें कि कुछ दिनों पहले मुसहर भुइयां समाज के एक कार्यक्रम में मांझी ने कहा था कि ब्राह्मण हमारे समाज के लोगों के घरों पर पूजा करते तो आते हैं लेकिन खाना खाने से पंडित ( अपशब्द ) मना कर देते हैं। इसके बाद मांझी के खिलाफ कई शहरों में केस दर्ज हुआ है। वहीं मधुबनी से भाजपा नेता गजेंद्र झा ने मांझी की जुबान काटने वाले को 11 लाख रुपये देने की घोषणा कर दी । हालांकि उनके इस आपत्तिजनक बयान पर भाजपा ने कार्रवाई करते हुए पार्टी से बाहर निकाल दिया और 15 दिन के अंदर सफाई भी मांगी है।