कोरोना से संक्रमित पाए गए चीन से इटली के मिलान पहुंचीं फ्लाइट के आधे से अधिक यात्री
रोम । इटली दुनिया का वह देश है जहां 2020 में चीन से निकले कोरोना वायरस ने सबसे पहले दस्तक दी थी। अब जबकि चीन में फिर से कोरोना के मामले चिंताजनक रूप से बढ़ रहे हैं तो इस देश से फिर डराने वाली खबर मिली है। चीन से इटली के मिलान पहुंची दो फ्लाइट्स में आधे से ज्यादा यात्री कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं। इसके बाद इटली ने चीन से आने वाले यात्रियों का आरटीपीसीआर टेस्ट अनिवार्य कर दिया है। चीन में कोविड-19 के बीएफ7 वैरियंट की सुनामी आई है। चीन के अस्पतालों में मरीजों की भीड़ है और शवदाह गृह के बाहर लाशों का ढेर लगा हुआ है। इस स्थिति के बाद भी उसका यह फैसला ऐसे समय में दुनिया पर भारी पड़ सकता है जब कई देशों में हालात नियंत्रित हैं और जिंदगी सामान्य होती नजर आ रही है। मार्च 2020 से चीन ने अपनी सीमाओं को बंद किया हुआ था। चीन ने अपनी सीमाओं को खोल दिया है। इस फैसले के बीच ही चीन से दो फ्लाइट्स मिलान पहुंची हैं। इसमें से एक फ्लाइट में आधे से ज्यादा कोरोना संक्रमित लोग पाए गए हैं। लोम्बार्डी के रीजनल काउंसिल गुइडो बर्टोलासो ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि पहली फ्लाइट्स में 92 में से 35 और दूसरी फ्लाइट में 120 में से 62 यात्री कोविड पॉजिटिव पाए गए हैं। इस खबर के बीच अमेरिका वह पांचवा देश है जिसने चीन से आने वाले यात्रियों पर प्रतिबंध लगाए हैं। चीन ने एक बार फिर से साधारण पासपोर्ट्स और वीजा जारी करने शुरू कर दिए हैं। तीन साल पहले जब कोविड की शुरुआत हुई थी तो उसने इस प्रक्रिया को प्रतिबंधित कर दिया था।
चीन प्रशासित हांगकांग ने भी पिछले दिनों उन लोगों के लिए क्वारंटाइन नियमों को खत्म कर दिया है जो कोविड पॉजिटिव हैं। चीन ने ऐलान किया है आठ जनवरी से उसके नागरिक लूनर न्यू ईयर के मौके पर होने वाली छुट्टियों के मौके पर विदेश घूमने जा सकते हैं। साल 2020 के बाद यह पहला मौका है जब चीनी नागरिक विदेश घूमने जा सकेंगे।चीनी नागरिक जापान थाइलैंड दक्षिण कोरिया अमेरिका ब्रिटेन और ऑस्ट्रेलिया इन छुट्टियों पर जाने की तैयारियां कर रहे हैं। इस बात का डर सताने लगा है कि साल 2020 में कोविड की पहली लहर के समय जो स्थिति थी वही दोबारा न हो जाए। कई लोगों को डर है कि चीनी पर्यटक इटली में फिर से कोरोना फैलने की वजह न बन जाए। अमेरिका इटली जापान भारत और ताइवान ने चीनी पर्यटकों के लिए टेस्ट अनिवार्य कर दिया है। अमेरिकी स्वास्थ्य अधिकारियों के मुताबिक चीन से आने वाले पर्यटक बिना टेस्ट के आगे नहीं बढ़ सकते हैं। पांच जनवरी से दो साल के बच्चे से लेकर हर हवाई यात्री का कोविड टेस्ट अनिवार्य होगा। चीन हांगकांग और मकाओ से आने वाले यात्रियों को यह टेस्ट कराना होगा।