अमेरिका ने किया साफ- चीन की आक्रामकता के खिलाफ खड़े हैं भारत के साथ
वाशिंगटन
गलवान घाटी में जख्मी सैनिक को विंटर ओलंपिक में मशाल देने पर अमेरिका ने चीन को लताड़ लगाई है। यूएस ने साफ कर दिया है कि वह चीनी आक्रामकता के खिलाफ भारत के साथ खड़ा है। विदेश विभाग के प्रवक्ता नेड प्राइस ने कहा कि जब भारत-चीन सीमा की स्थिति की बात आती है, तो हम सीधी बातचीत और विवादों के शांतिपूर्ण समाधान का समर्थन करते हैं। उन्होंने कहा, "हमने पहले भी अपने पड़ोसियों को डराने के लिए चल रहे प्रयासों के बीजिंग के पैटर्न पर अपनी चिंता जताई है। जैसा कि हम हमेशा करते हैं, हम दोस्तों के साथ खड़े होते हैं। हम हिंद-प्रशांत में अपनी साझा समृद्धि, सुरक्षा और मूल्यों को आगे बढ़ाने के लिए भागीदारों और सहयोगियों के साथ खड़े हैं।"
'चीन ने ऐसे व्यक्ति को विंटर ओलंपिक की मशाल दी, जो…'
अमेरिकी सीनेटर जिम रिस्क ने ट्वीट किया, "यह शर्मनाक है कि बीजिंग ने ऐसे व्यक्ति के हाथों में विंटर ओलंपिक की मशाल थमा दी, जो भारत पर किए गए सैन्य हमले में शामिल था। इसके अलावा वह शख्स सेना का भी हिस्सा है, जिसने उइगर मुस्लिमों का नरसंहार किया। अमेरिका की ओर से उइगरों की आजादी और भारत की संप्रभुता का समर्थन जारी रहेगा।"
जून, 2020 में लद्दाख के पास गलवान घाटी में हुई झड़प
चीनी सेना के रेजिमेंटल कमांडर को विंटर ओलंपिक की मशाल थमाई गई है। यह सैनिक जून, 2020 में लद्दाख के पास गलवान घाटी में भारतीय सैनिकों से झड़प के दौरान जख्मी हुई थी। चीन ने इस घटना में अपने महज 4 से 5 सैनिकों के ही मारे जाने की बात काफी लंबे समय बाद स्वीकार की थी। लेकिन दूसरे देशों की न्यूज एजेंसी की ओर से 40 चीनी सैनिकों के मारे जाने के दावे किए जाते रहे हैं।
आज से बीजिंग ओलंपिक की शुरुआत
4 फरवरी यानी आज से बीजिंग ओलंपिक की शुरुआत हो रही है। इस मौके पर चीनी राष्ट्रपति शी जिंगपिंग, रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन, पाकिस्तान के पीएम इमरान खान सहित मध्य एशियाई देशों के पांच राष्ट्रपति शामिल हो रहे हैं। अमेरिका, ब्रिटेन, कनाडा और ऑस्ट्रेलिया जैसे देशों के अधिकारी चीन द्वारा शिनजियांग में मानवाधिकारों के उल्लंघन के कारण उद्घाटन समारोह में शामिल नहीं हो रहे हैं, हालांकि इन देशों के खिलाड़ी भाग ले रहे हैं।