इजरायल 2022 में लेजर वॉल कर लेगा तैयार, परिंदा भी पर नहीं मार पाएगा
नई दिल्ली
इजरायल लेजर बेस्ड मिसाइल इंटरसेप्शन सिस्टम को एक साल के भीतर तैयार कर लेगा। यह जानकारी इजरायली पीएम नफ्ताली बेनेट ने दी है। उन्होंने एक सम्मेलन में बताया कि लेजर वॉल, मिसाइल, रॉकेट, ड्रोन सहित कई अन्य खतरों से इजरायल की रक्षा करेगा। इस लेजर सिस्टम को बना रहे रिसर्च एंड डेवलपमेंट टीम ने 2024 तक इस मिसाइल की तैनाती की योजना बनाई थी लेकिन सेना ने पहले तैनाती पर जोर दिया है। बेनेट ने बताया है कि इस सिस्टम का सबसे पहले ट्रायल किया जाएगा। सफल ट्रायल के बाद इसे ऑपरेशन में लाया जाएगा। सबसे पहले के इजरायल के दक्षिणी इलाके में और फिर अन्य जगहों पर इसे ऑपरेशन में लाया जाएगा। उन्होंने बताया है कि लेजर बेस्ड मिसाइल इंटरसेप्शन सिस्टम के बाद समीकरण बहुत बदल जाएंगे। हमारे विरोधियों को बेहद निवेश की जरूरत होगी वहीं हमारा काम कम में ही निपट जाएगा।
किफायती है लेजर बेस्ड मिसाइल इंटरसेप्शन सिस्टम
बेनेट ने बताया है कि आयरन डोम के हरेक इंटरसेप्टर के लिए मौजूदा वक्त में इस्तेमाल में आने वाली मिसाइल डिफेंस सिस्टम की लागत करीब 40 लाख रुपये आती है और हरेक आने वाले रॉकेट को आमतौर पर एक से अधिक इंटरसेप्टर की जरूरत होती है। ऐसे में अगर कुछ हजार रुपये की लागत वाली इलेक्ट्रिक पल्स वाली मिसाइल या रॉकेट को मार गिराना संभव है तो ये अच्छी बात है।
मित्र देशों को तकनीक देने से गुरेज नहीं
बेनेट ने इजरायल के मित्र देशों को लेजर बेस्ड मिसाइल इंटरसेप्शन सिस्टम देने से इनकार नहीं किया है। उन्होंने कहा है कि यह लेजर सिस्टम हमारे उन दोस्तों की मदद कर सकता है जो ईरान और उसके गुरिल्लों के गंभीर खतरों के प्रति संवेदनशील हैं। उन्होंने ईरान को लताड़ते हुए कहा है कि इस मिसाइल को बेरूत और गाजा से भी ईरान पर दागा जा सकता है। ईरान जितना कमजोर होगा उसके लड़ाके उससे अधिक कमजोर पड़ेंगे। उन्होंने आगे कहा कि उम्मीद है कि ईरान और विश्व शक्तियों के बीच वियना में चल रही परमाणु वार्ता उनके बिना किसी समझौते के समाप्त हो जाएगी।