कश्मीर पर पाक के साथ मिलकर साजिश रच रहा तुर्की
नई दिल्ली
कश्मीर पर तुर्की लगातार पाकिस्तान सरकार का पक्ष लेता रहा है। रिपोर्ट्स बताती हैं कि पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई तुर्की के सहारे नापाक साजिश रच रही है। कश्मीर को लेकर पिछले कुछ दिनों से मलेशिया, तुर्की और पाकिस्तान एक साथ नजर आए हैं। रिपोर्ट्स के मुताबिक तुर्की के राष्ट्रपति एर्दोगान की मदद से आईएसआई भारतीय मुस्लिमों के बीच अपनी पैठ बढ़ाना चाह रहा है और दुनिया में भारत की विदेश नीति को लेकर संदेह पैदा करना चाहता है।
दोनों देशों की खुफिया सूचनाओं में हुई है बढ़ोतरी
खुफिया रिपोर्ट्स में बताया गया है कि पाकिस्तान के बाद अब तुर्की भारत विरोधी गतिविधियों का सेंटर बनता जा रहा है। इससे पहले पाकिस्तान सऊदी अरब और संयुक्त अरब अमीरात जैसे देशों के जरिए भारत विरोधी गतिविधियों को अंजाम दे रही थी। लेकिन पिछले कुछ सालों में इन देशों के साथ संबंध लगातार बेहतर हुए हैं। ऐसे में पाकिस्तान एक नए साथ में तलाश में है जो तुर्की पर जाकर खत्म होता दिख रहा है। दोनों देशों के बीच हालिया सालों में खुफिया सूचनाओं में भी बढ़ोतरी हुई है। अंकारा अपने मीडिया, शैक्षिक संस्थान सहित अन्य सरकारी संगठनों के जरिए भारत के मुसलमानों के बीच अपना पैठ बढ़ाना चाह रहा है। कश्मीरी मुस्लिमों के साथ ही तुर्की ने हाल के दिनों में कई मुस्लिमों को बड़े पैमाने पर स्कॉलरशिप दी है।
भारत दे रहा करारा जवाब
भारत पाकिस्तान और तुर्की को जवाब देने के लिए हरसंभव कोशिश कर रहा है। भारत अंतर्राष्ट्रीय उत्तर दक्षिण परिवहन गलियारे के जरिए इस क्षेत्र में आर्थिक रूप से शामिल होने की योजना बना रहा है। ईरान के चाबहार पोर्ट को भी अपने दायरे में शामिल करने के लिए बातचीत कर रहा है। भारत ने हाल के सालों में चाबहार पोर्ट में भारी निवेश किया है। एक्सपर्ट्स का मानना है कि यह रूट पाकिस्तान को दरकिनार कर देता है और देशों की बढ़ती संख्या के कारण चीन पाकिस्तान आर्थिक गलियारे की तुलना में अधिक अंतरराष्ट्रीय गलियारा बन सकता है।