बिहार के 9वीं से 12वीं तक के छात्रों को NEET-JEE के लिए मिलेगा मुफ्त मार्गदर्शन

नई दिल्ली
बिहार के सरकारी हाईस्कूल व प्लसटू में 9वीं से लेकर 12वीं तक में पढ़ने वाले विद्यार्थियों को अब उच्च प्रतियोगी परीक्षाओं मसलन नीट, जेईई और एनटीएसई आदि को लेकर मार्गदर्शन मिलेगा। विषय विशेषज्ञ शिक्षकों द्वारा उन्हें यह मार्गदर्शन मुफ्त तथा ऑनलाइन दिया जाएगा। इसके साथ बोर्ड और इंटर की परीक्षा में बेहतर स्कोर करने को लेकर भी उन्हें एक्सपर्ट शिक्षक गाइड करेंगे। छात्र-छात्राओं को इस विशेष सुविधा का लाभ फिलो एप पर रोजाना चौबीसों घंटे मिलेगा। यह एप उन्हें अपने मोबाइल पर डाउनलोड करना होगा।
शिक्षा विभाग ने इसको लेकर विशेष व्यवस्था की है। शिक्षा विभाग ने इस महती कार्य के लिए फिलो एडटेक प्राइवेट लिमिटेड के साथ हाल ही करार (मेमोरैंडम ऑफ अंडरस्टैंडिंग) किया है। माध्यमिक शिक्षा निदेशक मनोज कुमार के मुताबिक इसके तहत राज्य के 9वीं से 12वीं तक के छात्र-छात्राओं को अनुभवी एवं विशेषज्ञ शिक्षकों द्वारा निशुल्क आनलाइन शिक्षा मुहैया करायी जाएगी।
मुफ्त अध्ययन सत्र के दौरान देश के सर्वश्रेष्ठ योग्यताधारी शिक्षकों द्वारा छात्रों को अवधारणा (कंसेप्ट), कार्यभार (असाइनमेंट) एवं परीक्षा की तैयारी (एग्जाम प्रिपरेशन) में मदद की जाएगी। 24 घंटे शिक्षकों की उपलब्धता इस करार के तहत रहेगी। छात्र-छात्राओं को उच्च प्रतियोगी परीक्षा यथा जेईई, नीट, एनटीएसई आदि के साथ-साथ बोर्ड परीक्षा के लिए मार्गदर्शन तथा भविष्य की उच्च शिक्षा के लिए परामर्श की व्यवस्था की गई है।
बकौल माध्यमिक निदेशक शिक्षा विभाग के समझौते के तहत फिलो एडटेक प्राइवेट लिमिटेड द्वारा बिहार के छात्र-छात्राओं को शैक्षणिक लाभ के लिए जो सुविधाएं दी जाएंगी उनमें अनुभवी शिक्षकों द्वारा वन टू वन अध्ययन सत्र की व्यवस्था करना, कंसेप्ट, समस्या समाधान कराना प्रमुख है। विशिष्ट परीक्षा की तैयारी में मदद, रोजाना का प्रैक्टिस, दो तरफा व्याख्यान की व्यवस्था तथा 15 हजार से अधिक अभ्यास प्रश्नों की उपलब्धता होगी। लेक्चर नोट्स, शंका समाधान, रैंक सुधारने के लिए टेस्ट की व्यवस्था, बिहार बोर्ड की परीक्षा को लेकर मॉक पेपर, सिलेबस पूर्ण कराना, रोजाना प्रश्नोत्तरी, जेईई मेन व नीट का क्रैस कोर्स के साथ ही छात्र-छात्राओं को शैक्षणिक मार्गदर्शन मिल सकेगा।
जिलों को निर्देश
माध्यमिक निदेशक ने सभी जिलों के डीईओ को निर्देश दिया है कि वे हेडमास्टरों को इसकी जानकारी दें। छात्र-छात्राओं तक फिलो एप के माध्यम से मिलने वाली आनलाइन अध्ययन सत्र की सुविधा को लेकर जानकारी पहुंचाएं। उन्हें फिलो एप डाउनलोड कर इसका लाभ लेने को प्रेरित करें। जब फिलो एडटेक की टीम एप के प्रदर्शन के लिए पहुंचे तो उसे सहयोग करें।