भोपाल में बच्ची चीखती रही, आवारा कुत्ते नोचते रहे,फिर कैसे बची जान देखिए
भोपाल
राजधानी में आवारा कुत्तों की संख्या बढ़ती जा रही है और बाग सेवनिया की अंजलि विहार कॉलोनी में भी ऐसे ही कुत्तों का आतंक है। शनिवार की शाम को कुछ कुत्तों ने तीन साल की एक मासूम बच्ची पर हमला बोल दिया। काफी देर तक कुत्ते बच्ची को नोंचते रहे और एक व्यक्ति ने उसे कुत्तों से बचाया। इस घटना को लेकर अब राज्य मानव अधिकार आयोग द्वारा नगर निगम भोपाल और जिले के स्वास्थ्य अधिकारियों को नोटिस जारी किया गया है। आवारा कुत्तों की समस्या हर शहर में होती है लेकिन नगर निगम या नगर पालिकाएं इस समस्या की ओर ध्यान नहीं देती हैं। इसी के चलते राजधानी भोपाल में एक जनवरी को बाग सेवनिया स्थित अंजलि विहार फेज 1 में एक घटना हुई। अंजलि विहार कॉलोनी में एक निर्माणाधीन मकान में मजदूरी करने वाले व्यक्ति की तीन साल की बच्ची पर कॉलोनी के आवारा कुत्तों ने हमला कर दिया। कुत्तों ने बच्ची को काफी देर तक अपने कब्जे में रखा और वे उसे नोंचते रहे लेकिन एक राहगीर ने यह दृश्य देखकर कुत्तों को भगाया। बच्ची कुत्तों के हमले से डरी-सहमी हालत में रोती हुई भागी।
मानव अधिकार आयोग का नोटिस
बताया जाता है कि राज्य मानव अधिकार आयोग ने नगर निगम आयुक्त और जिले के स्वास्थ्य अधिकारी को नोटिस भेजा है जिसमें सात दिन में निगम व जिले के स्वास्थ्य अधिकारियों से जवाब मांगा है। आयोग ने घटना को गंभीर मानते हुए इसका संज्ञान लिया है। आयोग द्वारा भोपाल नगर निगम से विस्तृत जानकारी मांगी है। इसमें निगम से एनीमल बर्थ कन्ट्रोल (डॉग्स) नियम 2001 के तहत की गई कार्रवाई, वर्ष 2021 में वार्डों में कितने आवारा कुत्तों को स्टरलाईज्ड किया गया, कितने रैबिड आवारा कुत्तों को शहर की सडकों से बाहर किया गया, एनीमल बर्थ कन्ट्रोल (डॉग्स) नियम के तहत मानिटरिंग कमेटी की महीने कितनी बैठक हुईं, आवारा कुत्तों के काटने की कितनी घटनाएं हुईं, वर्तमान अंजलि विहार की घटना में पीडित बच्ची के पिता को क्षतिपूर्ति राशि दी गई या नहीं, वर्तमान अंजलि विहार की घटना में पीडित बच्ची की मेडिकल रिपोर्ट मांगी गई है।