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रेपो रेट में कोई बदलाव नहीं, 2022-23 के लिए जीडीपी ग्रोथ 7.8 प्रतिशत रहने का अनुमान: RBI

नई दिल्ली
वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने एक फरवरी को संसद में वित्त वर्ष 2022-23 के लिए बजट पेश किया था। जिसके बाद अब भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) की पहली मौद्रिक नीति समिति (MPC) के नतीजों का ऐलान हो गया है। RBI गवर्नर शक्तिकांत दास के मुताबिक रेपो रेट बिना किसी बदलाव के साथ 4% रहेगा। एमएसएफ रेट और बैंक रेट बिना किसी बदलाव के 4.25% रहेगा, जबकि रिवर्स रेपो रेट बिना किसी बदलाव के साथ 3.35% रहेगा।
 

दास के मुताबिक 2022-23 के लिए रियल जीडीपी ग्रोथ 7.8% रहने का अनुमान है। इसके अलावा 2022-23 के लिए सीपीआई मुद्रास्फीति 4.5% रहने का अनुमान है। गवर्नर के मुताबिक भारत दुनिया के बाकी हिस्सों से उबरने के एक अलग रास्ते पर चल रहा है। आईएमएफ के अनुमानों के अनुसार भारत प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं में साल-दर-साल सबसे तेज गति से बढ़ने की ओर अग्रसर है। यह रिकवरी बड़े पैमाने पर टीकाकरण, निरंतर वित्तीय और मौद्रिक सहायता की वजह से हो रही है।

e-RUPI में राहत
वहीं आरबीआई ने NPCI द्वारा विकसित एक प्रीपेड ई-वाउचर e-RUPI की लिमिट बढ़ाई है। अब ये 10 हजार से बढ़कर 1 लाख हो गई। e-RUPI एक QR code या एसएमएस स्ट्रिंग-बेस्ड ई-वाउचर है, जिसे लाभार्थियों के मोबाइल पर पहुंचाया जाता है। गर्वनर के मुताबिक सभी बैंकों को अपने प्रशासन और जोखिम प्रबंधन को मजबूत करना चाहिए। अभी आरबीआई का फोकस लिक्विडिटी रीबैलेंसिंग पर है। सिस्टम में लिक्विडिटी की कोई समस्या नहीं है और बैंकों की बैलेंसशीट में मजबूती बरकरार है।
 
नहीं बढ़ेगी आपकी EMI
RBI का ऐलान जनता के लिए काफी महत्वपूर्ण है, क्योंकि इसमें रेपो रेट को स्थिर रखा गया है। ऐसे में ब्याज दरें नहीं बढ़ेंगी। इससे कोरोना महामारी और लॉकडाउन के चक्कर में परेशान जनता का बोझ कम होगा। RBI ने रेपो रेट में आखिरी बार बदलाव मई 2020 में किया था। उस वक्त 0.40 प्रतिशत इसे घटाया गया था, तब से ये स्थिर है।

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