शिक्षकों को डर, झारखंड शिक्षा परियोजना के इस आदेश पर उठाए सवाल
जमशेदपुर
तेजी से बढ़ते कोरोना संक्रमण के बीच बालपंजी निर्माण हेतु विद्यालय पोषक क्षेत्र के अंतर्गत सभी घरों का घर-घर जाकर सर्वे करने का अखिल झारखंड प्राथमिक शिक्षक संघ नें कड़ा विरोध करते हुए इसे कोरोना का संक्रमण और अधिक बढ़ाने वाला कार्य कहा है। ज्ञात हो कि राज्य परियोजना निदेशक, झारखंड शिक्षा परियोजना, रांची द्वारा बालपंजी निर्माण हेतु सभी शिक्षकों को घर-घर जाकर सर्वे करने का निर्देश दिया गया है। इस सर्वे में बच्चों के माता-पिता सहित 6 से 18 आयु वर्ग के सभी बच्चों का विभिन्न बिंदुओं पर सर्वे किया जाना है। इसके साथ ही सर्वे के उपरांत विभिन्न बिंदुओं पर प्राप्त डाटा को शिक्षक द्वारा अपने मोबाइल में 'डहर' ऐप डाउनलोड कर उक्त ऐप में आनलाइन इंट्री किया जाना है। संघ ने कहा है कि वर्तमान में कोरोना के नए वेरियेंट ओमिक्रोन के तेजी से बढ़ते संक्रमण तथा प्रतिदिन संक्रमित लोगों की बढ़ती संख्या के मद्देनजर उक्त सर्वे कार्य से शिक्षकों और अन्य लोगों में संक्रमण फैलने का खतरा बढ़ सकता है। सर्वे के दौरान संक्रमण फैलने के डर से क्षेत्र के निवासियों के असहयोग या कोपभाजन का भी शिकार शिक्षकों को होना पड़ सकता है।
कोरोना नियंत्रण अभियान में लगाए गए हैं अधिकांश शिक्षक
कोरोना संक्रमण के कारण वर्तमान में जिला प्रशासन द्वारा भी अधिकांश शिक्षकों को विभिन्न कंटेनमेंट जोन, वैक्सीनेशन कार्य, जिला नियंत्रण कक्ष, कोरोना जांच आदि कार्य में प्रतिनियुक्त किया गया है। कई विद्यालय तो एकमात्र शिक्षक के भरोसे चल रहे हैं। ऐसी स्थिति में जब तक सभी शिक्षकों को उक्त कार्य से मुक्त नहीं किया जाता, तब तक बालपंजी कार्य संभव नहीं है। साथ ही बाल पंजी सर्वे कार्य के उपरांत प्राप्त डाटा को अपने निजी मोबाइल में डहर ऐप डाउनलोड कर अपने इंटरनेट खर्च पर सभी डाटा की इंट्री करने का आदेश देना अव्यवहारिक है। विभाग को उक्त सर्वे कार्य संबंधी आदेश जारी करने के पूर्व शिक्षकों की सुरक्षा का ध्यान रखना चाहिए था। ऊपर से समय सीमा के अंदर सर्वे कार्य नहीं करने वाले शिक्षकों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई संबंधी निर्देश का भी संघ ने कड़ा विरोध किया है।
इन्होंने किया है परियोजना के आदेश का विरोध
अखिल झारखंड प्राथमिक शिक्षक संघ के वरीय शिक्षक प्रतिनिधि सुनील कुमार, प्रदेश प्रवक्ता संजय कुमार, प्रदेश संगठन मंत्री अनिल प्रसाद, पूर्वी सिंहभूम जिला अध्यक्ष सुनील कुमार यादव, जिला महासचिव सरोज कुमार लेंका आदि ने वर्तमान कोरोना के तेजी से फैलते संक्रमण के बीच उक्त कार्य का कड़ा विरोध करते हुए तत्काल इस पर रोक लगाने की मांग की है। संघ ने यह भी सवाल किया है कि यदि उस सर्वे के दौरान शिक्षक संक्रमित हो जाते हैं, तो इसका जिम्मेवार कौन होगा? जिले के शिक्षकों ने उक्त सर्वे कार्य पर चुप्पी साधते हुए मौखिक रूप से विरोध करना भी शुरू कर दिया है।