सीहोर रेलवे स्टेशन पर ट्रेनों के स्टॉपेज के लिए हुआ प्रदर्शन
मानव अधिकार मंच ने सौंपा स्टेशन मास्टर को डीआरएम के नाम ज्ञापन

सीहोर। सैकड़ों नागरिकों ने गांधी जयंती के दिन रेलवे स्टेशन सीहोर पर ट्रेनों के स्टॉपेज के लिए जमकर नारेबाजी कर जोरदार प्रदर्शन किया। मानव अधिकार मंच के प्रदेशाध्यक्ष नौशाद खान के नेतृत्व में नागरिकों ने स्टेशन मास्टर शिव शंकर मिश्र को डीआरएम रतलाम के नाम का ज्ञापन दिया। नागरिकों ने प्रयागराज डॉ. अम्बेडकर नगर, इन्दौर-पटना, इंदौर-हावड़ा, अहमदाबाद-गोरखपुर, शिप्रा एक्सप्रेस इंदौर-हावड़ा ओवर नाईट जबलपुर इंदौर, इंदौर-भोपाल इंटरसिटी ट्रेनों सहित अन्य ट्रेनों के स्टापेज की मांग की।
राष्ट्रीय सदभावना एकता परिषद और मानव अधिकार मंच द्वारा कोरोना के कारण सीहोर रेलवे स्टेशन पर स्टॉपेज युक्त ट्रेनों को बंद कर दिया गया था। इन सभी ट्रेनों का वापस सीहोर रेलवे स्टेशन स्टापेज कराए जाने और स्टेशन को सर्वसुविधा युक्त बनाए जाने की मांग को लेकर रेल रोको आंदोलन शुरू किया गया है। इस अभियान के प्रथम चरण में शहर के सैकड़ों नागरिकों और समस्त सामाजिक धार्मिक संगठनों के पदाधिकारियों ने मानव अधिकार मंच प्रदेशाध्यक्ष नौशाद खान के नेतृत्व में धरना देकर प्रदर्शन किया। नागरिकों द्वारा आयोजित प्रदर्शन को देखते हुए रेलवे स्टेशन पर रतलाम रेल मंडल के द्वारा व्यापक सुरक्षा इंतजाम किए गए। शहर की कोतवाली पुलिस और मंडी थाना पुलिस के साथ जीआरपी बल भी बड़ी संख्या में तैनात किया गया। पुलिस के द्वारा प्रदर्शनकारियों को रेल की पटरियों तक पहंुचने नहीं दिया गया, जिसके बाद स्टेशन के बाहर धरना देकर प्रदर्शन किया गया। डीआरएम को सौंपे गए ज्ञापन के माध्यम से नागरिकों के द्वारा सर्वसुविधा युक्त शौचालय निर्माण कराने, तत्काल बोगी नंबर स्कीन लगाए जाने, यात्रियों की सुरक्षा के लिए रेलवे स्टेशन पर सीसीटीवी कैमरों की व्यवस्था करने और सीहोर स्टेशन से बिना रूके निकल रही ट्रेनों का स्टेशन पर नागरिकों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए स्टापेज कराने की मांग की गई। प्रदर्शन में प्रमुख रूप से प्रमुख रूप से गल्ला मंडी व्यापारी संघ, सन्नी महाजन मित्र मंडली, मुस्लिम त्यौहार कमेटी, डेली अपडाउर्स संघ, उंगुली डांटकाम गु्रप सहित अन्य संगठनों के पदाधिकारी सदस्य कार्यकर्तागण गणमान्य नागरिक बड़ी संख्या में शामिल रहे।