Sehore News : समर्थन मूल्य पर ग्रीष्मकालीन मूंग एवं उड़द के पंजीयन 5 जून तक, इन केंद्रों पर होंगे पंजीयन
सीहोर। भारत सरकार की प्राइस सपोर्ट स्कीम अंतर्गत ई-उपार्जन पोर्टल पर ग्रीष्मकालीन फसल मूंग एवं उड़द के पंजीयन की प्रक्रिया गत 20 मई से प्रारंभ हो गई है और इस प्रक्रिया की अंतिम तिथि 5 जून निर्धारित की गई है। किसान कल्याण तथा कृषि विकास विभाग ने बताया कि खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण विभाग द्वारा गेहूं के ई-उपार्जन पार्टल www.mpeuparjan.nic.in पर पंजीयन की व्यवस्था की गई है। जिले के किसानों की सुविधा को दृष्टिगत रखते हुए जिला उपार्जन समिति के प्रस्ताव अनुसार कलेक्टर प्रवीण सिंह ने 48 पंजीयन केन्द्र निर्धारित किए हैं। कलेक्टर प्रवीण सिंह ने निर्धारित 48 पंजीयन केन्द्रों पर उपार्जन, भौतिक एवं मानव संसाधनों की व्यवस्था, कृषकों के पंजीयन एवं सत्यापन की प्रक्रिया, प्रचार-प्रसार एवं प्रशिक्षण तथा वित्तीय व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं। किसानों को फसल बेचने के लिए स्लॉट चयन की प्रक्रिया रहेगी। मूंग एवं उड़द उपार्जन के लिए कृषकों से पंजीयन के समय ही आधार नंबर से लिंक बैंक खाता लिया जाएगा एवं शेष प्रक्रिया यथावत रहेगी। कृषक से वर्ष 2024 की ग्रीष्मकालीन मूंग पैदावार में से मंडी एवं अन्य स्थान पर विक्रय की गई मूंग की जानकारी भरने की व्यवस्था कर कृषक द्वारा पंजीयन के समय प्रदाय की जाएगी।
सीहोर जिले में इन केंद्रों पर होगा पंजीयन –
किसानों की सुविधा को दृष्टिगत रखते हुए जिला उपार्जन समिति के प्रस्ताव अनुसार कलेक्टर प्रवीण सिंह द्वारा निर्धारित 48 पंजीयन केन्द्रों में सहकारी विपणन एवं प्रक्रिया संस्था सीहोर, प्राथमिक कृषि साख सहकारी समिति पानबिहार, सहकारी विपणन संस्था आष्टा, सहकारी विपणन संस्था इछावर के अलावा प्राथमिक कृषि साख सहकारी समितियों में बुधनी, शाहगंज, जवाहरखेड़ा, बनेटा प्लाट, बकतरा, कुसुमखेड़ा, नांदनेर, आमोन, गादर, सत्रामउ, सरदारनगर-1, सरदारनगर-2, बायां, माथनी, रेहटी, बोरदी, माज़रकुई, सोयत, मरदानपुर, चकल्दी, मोगरा, बोरी, लावापानी, किसान विपणन सहकारी समिति भैरूंदा, प्राथमिक कृषि साख सहकारी समिति लाड़कुई, भादाकुई, बालागांव, इटारसी, डोभा, प्राथमिक कृषि सेवा सहकारी समिति निमोटा, प्राथमिक साख सहकारी समिति बाई-बोड़ी, प्राथमिक कृषि साख सहकारी समिति छीपानेर, सतराना, डिमावर, तिलाड़िया, बोरखेड़ाकला, चींच, राला, निपानिया, रिठवाड़, छिदगांव मौजी, वासुदेव, दिगबाड़ उपार्जन केन्द्र निर्धारित किए गए हैं।