Sehore News : तहसीलदार-नायब तहसीलदार अनिश्चितकालीन हड़ताल पर, कामकाज प्रभावित, लोग हो रहे परेशान
- राजस्व संबंधित कामकाज, बंटवारा, नामांतरण सहित कई काम अटके
सीहोर। प्रदेशभर सहित सीहोर जिलेभर के तहसीलदार, नायब तहसीलदार अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए हैं। इसके कारण तहसीलों के कार्य प्रभावित हो रहे हैं। हड़ताल के कारण राजस्व संबंधित कामकाज, नामांतरण, बंटवारा सहित कई अन्य कार्य अटक गए हैं। गुरूवार से अनिश्चिकालीन हड़ताल होने के कारण शुक्रवार को भी तहसीलों में कामकाज नहीं हुए। यहां बता दें कि जबलपुर में तहसीलदार और पटवारी समेत 7 लोगों पर जमीन से जुड़ी धोखाधड़ी का मामला दर्ज होने के बाद तहसीलदार, नायब तहसीलदार अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए हैं।
जिलेभर में लोग हो रहे परेशान –
तहसीलदार एवं नायब तहसीलदारों की अनिश्चिकालीन हड़ताल के चलते सभी तहसीलों में कामकाज प्रभावित हो रहा है। लोग दूर-दूर से तहसील कार्यालय पहुंचे, लेकिन हड़ताल के चलते उनकी सुनवाई नहीं हुई। सीहोर जिला मुख्यालय सहित बुधनी, भैरूंदा, रेहटी, आष्टा, इछावर सहित जिलेभर की सभी तहसीलों में तहसीलदार, नायब तहसीलदार कोर्ट नहीं लगी। इसके कारण राजस्व संबंधी कामकाज, बंटवारा, नामांतरण सहित कई अन्य कार्य नहीं हो सके। लोगों को बिना कार्य के ही वापस लौटना पड़ा। प्रतिदिन हजारों की संख्या में लोग तहसील कार्यालय पहुंचकर अपना काम करवाते हैं, लेकिन हड़ताल के चलते किसी के भी कामकाज नहीं हुए। अधिकारियों के नहीं होने के कारण राजस्व विभाग का अन्य अमला भी आफिसों से नदारद रहा। कार्यालय में पदस्थ बाबु एवं अन्य स्टॉफ भी इधर-उधर घूमते-फिरते रहे।
पीएस से मिले, अब 22 को बनेगी रणनीति –
अनिश्चिकालीन हड़ताल शुरू होने के बाद तहसीलदार संघ का एक प्रतिनिधिमंडल प्रमुख सचिव राजस्व से मिला है। पीएस को भी स्थिति से अवगत कराया गया है। इधर 22 सितंबर को भोपाल में मप्र राजस्व अधिकारी संघ के चुनाव हैं, जिसमें संघ के नए अध्यक्ष को चुना जाएगा। चुनाव के लिए सभी तहसीलदार, नायब तहसीलदार भोपाल में एकत्रित भी होंगे। आगे की रणनीति को लेकर 22 सितंबर को चर्चा की जाएगी।
यह है मामला, इसलिए हड़ताल पर गए अधिकारी-
जबलपुर के तहसीलदार हरि सिंह धुर्वे ने 8 अगस्त 2023 को एक वसीयत के आधार पर नामांतरण आदेश दिया था, जिसे 9 सितंबर 2023 को एसडीएम ने निरस्त कर दिया। इसके बाद 12 सितंबर को बिना किसी विभागीय अनुमति के एफआईआर दर्ज कर तहसीलदार की गिरफ्तारी कर ली गई, जिसको लेकर मप्र राजस्व अधिकारी संघ ने आपत्ति जताई ओर संघ ने तहसीलदारों के लिए न्यायिक संरक्षण की मांग की है। जबलपुर निवासी शिवचरण पांडे की शिकायत पर तहसीलदार और पटवारी के खिलाफ केस दर्ज किया गया था, जिसमें शिकायत के अनुसार शिवचरण पांडे के पिता की मृत्यु के बाद उनकी संपत्ति का नाम खसरे में दर्ज था, लेकिन अगस्त 2023 में इसे खसरे से हटा दिया गया। जांच के दौरान एसडीएम ने पाया कि तहसीलदार और पटवारी ने फर्जी वसीयत के आधार पर जमीन हड़पने की योजना बनाई थी। इस साजिश के तहत जमीन को गलत तरीके से अपने नाम पर करवाने की कोशिश की गई थी, जिसे अब उजागर कर दिया गया है।
इनका कहना है –
तहसीलदारों की प्रदेशव्यापी हड़ताल है। तहसीलों में लोगों के जरूरी कार्यों के लिए आरआई, पटवारियों को निर्देश दिए गए हैं। तहसील कार्यालयों में आने वाले लोग परेशान न हो, इसके लिए जरूरी व्यवस्थाएं की जाएंगी।
– राधेश्याम बघेल, एसडीएम, बुधनी, जिला-सीहोर