यूरिया को लेकर मारामारी, किसान हो रहे परेशान, नहीं मिल रही पर्याप्त खाद
- सीहोर जिले में बना हुआ है खाद का भारी संकट, किसानों का आरोप हो रही है यूरिया की कालाबाजारी

सीहोर। कभी मौसम, कभी कर्ज, कभी आर्थिक संकट तो कभी फसलों को बेचने की किल्लतों से जूझते किसानों की परेशानी अब यूरिया खाद को लेकर है। उनके संकट दूर ही नहीं हो पा रहे हैं। सीहोर जिलेभर सहित बुधनी विधानसभा में भी किसान यूरिया के लिए परेशान है। लंबी-लंबी लाईन में लगने के बाद भी उन्हें पर्याप्त मात्रा में यूरिया नहीं मिल पा रहा है। यूरिया संकट के कारण उनकी फसलें भी खराब हो रही है। सहकारी समितियों में भी प्रति एकड़ एक बोरी यूरिया दिया जा रहा है। ऐसे में किसानों की पूर्ति भी नहीं हो पा रही है। किसानों का आरोप है कि यूरिया खाद की कालाबाजारी की जा रही है। बड़े किसानों के पास पर्याप्त खाद पहुंच रहा है, लेकिन छोटे किसानों को खाद के लिए परेशान होना पड़ रहा है। यूरिया को लेकर जहां पिछले दिनों जिले के भैरूंदा विकासखंड में भारी किल्लत सामने आई थी तो वहीं अब रेहटी तहसील में भी यूरिया का संकट बना हुआ है।
किसानों में आक्रोश, कांग्रेस ने लगाया आरोप-
बुधनी विधानसभा के रेहटी में भी यूरिया खाद को लेकर किसान आक्रोशित हैं। गुरुवार को मंडी में खाद के वितरण को लेकर सूचना लगाई गई और जब किसान वहां पहुंचे तो उन्हें खाद ही नहीं मिली। 10 बजे से यूरिया का वितरण होना था, लेकिन 10 बजे तक सेंटर ही नहीं खुला। किसान लंबी-लंबी लाईनें लगाकर खाद के लिए परेशान होते रहे। रेहटी मंडी पहुंचे कांग्रेस नेता विक्रम मस्ताल शर्मा ‘हनुमानजी’ ने कहा कि आखिर छोटे किसान ही क्यों खाद के लिए परेशान होते हैं? बड़े किसानों के पास कहां से खाद पहुंचता है। उन्होंने संबंधित अधिकारियों से चर्चा करके खाद वितरण केंद्र को खुलवाया और उनसे मांग की कि गरीब किसान खाद के लिए परेशान है। उसे उनके हक का खाद पर्याप्त मात्रा में दिया जाए, क्योंकि अत्यधिक वर्षा के कारण फसलें खराब हो रही है। यदि उसे पर्याप्त मात्रा में खाद नहीं मिला तो फसलें नष्ट हो जाएंगी। उन्होंने कहा कि ये हाल केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान की विधानसभा का है तो पूरे देश-प्रदेश के क्या हाल होंगे। इस दौरान कांग्रेस नेता मलखान सिंह चंद्रवंशी सहित बड़ी संख्या में किसान भी मौजूद रहे।
किसानों ने लगाई वही की लाईन-
रेहटी मंडी पहुंचे किसानों ने खाद सेंटर के सामने अपनी वही की लाईन लगा दी। सुबह से ही किसान खाद के लिए पहुंच गए थे। इसके अलावा सहकारी समितियों में भी खाद भिजवाई गई है, लेकिन यहां भी किसानों को पर्याप्त मात्रा में खाद नहीं मिल पा रहा है। ऐसे में किसान परेशान है। बाजार से भी यूरिया गायब है। खाद, बीज, कीटनाशक बेचने वाले व्यापारियों के पास भी खाद की किल्लत है। किसानों का आरोप है कि यूरिया की कालाबाजारी की जा रही है।
ये बोले जिम्मेदार-
कृषि विभाग सीहोर के उप संचालक अशोक कुमार उपाध्याय ने बताया कि इस वर्ष सीहोर जिले में मक्का का रकबा ज्यादा होने से एक समय में ही खाद की जरूरत ज्यादा पड़ गई है। किसानों ने यूरिया पहले से नहीं उठाया और अब एकसाथ सभी को खाद की जरूरत है। ऐसे में कहीं-कहीं यूरिया की परेशानी आ रही है। हालांकि यूरिया की रैक लगातार लग रही है और इसकी आपूर्ति भी लगातार कराई जा रही है। जल्द ही यूरिया की किल्लत भी दूर हो जाएगी। जिला सहकारी बैंक रेहटी के शाखा प्रबंधक रघुवीर मालवीय ने बताया कि यूरिया की समस्या आ रही है। रैक भी लगातार लग रही है। सभी किसानों को यूरिया खाद की आपूर्ति कराने के लिए उन्हें कम-कम बोरियां दी जा रही हैं, ताकि सभी को यूरिया की उपलब्धता हो सके।