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रेहटी स्थित सीएम राईज स्कूल चढ़ा अव्यवस्थाओं की भेंट

शिक्षकों का मनमानी का आलम, समय पर नहीं पहुंचते स्कूल

रेहटी। बच्चों को बेहतर शिक्षा देने के उद्देश्य से शुरू की गई सीएम राईस स्कूल भी अब अव्यवस्थाओं की भेंट चढ़ने लगी है। यही कारण है कि इन स्कूलों का ढर्रा भी अन्य शासकीय स्कूलों जैसा हो गया है। पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के शासनकाल में शुरू हुई इन स्कूलों के लिए बिल्डिंग, स्टॉफ सहित अन्य सुविधाएं अलग से की गई, लेकिन जिम्मेदारों की लापरवाही के कारण अब पूर्व मुख्यमंत्री के विधानसभा क्षेत्र रेहटी स्थित सीएम राईस स्कूल ही पूरी तरह अव्यवस्थाओं के बीच संचालित किया जा रहा है। स्कूल मेें मनमानी का आलम है। शिक्षक समय पर नहीं पहुंचते हैं तो वहीं यहां पर एग्रीकल्चर विषय पढ़ाने के लिए शिक्षक ही उपलब्ध नहीं है। ऐसे में एग्रीकल्चर विषय लेकर पढ़ाई कर रहे बच्चों के भविष्य का क्या होगा।
बुधनी विधानसभा क्षेत्र की रेहटी तहसील मुख्यालय पर संचालित सीएम राईज स्कूल इन दिनों अपनी दुदर्शा पर आंसू बहा रहा है। यहां पर करीब 1100 बच्चे अलग-अलग कक्षाओं में पढ़ाई कर रहे हैं। इनके लिए शिक्षकों का स्टॉफ भी अलग से ही रखा गया, लेकिन अब स्टॉफ भी मनमानी पर उतारू है। बताया जा रहा है कि कई शिक्षक तो समय पर स्कूल ही नहीं पहुंचते हैं। स्कूल का समय सुबह साढ़े 10 बजे से है, लेकिन इस समय तक शिक्षक स्कूल ही नहीं पहुंचते हैं।
एग्रीकल्चर विषय के लिए नहीं है योग्य शिक्षक-
सीएम राईज स्कूल रेहटी में 11वीं एवं 12वीं में मैथ्स, आर्ट्स, एग्रीकल्चर सहित कई अन्य विषयों की कक्षाएं भी लगाई जा रही है। इन कक्षाओं में बच्चों की संख्या भी बड़ी तादाद में है। मैथ्स, आर्ट्स सहित अन्य विषयों में तो यहां पर पढ़ाने के लिए योग्य शिक्षक हैं, लेकिन एग्रीकल्चर विषय पढ़ाने के लिए स्कूल में अब तक योग्य शिक्षक की भर्ती नहीं हो सकी है, जबकि फरवरी-मार्च में बच्चों की परीक्षाएं हैं। रेहटी स्थित सीएम राईज स्कूल में 11वीं कक्षा में 13 एवं 12वीं कक्षा में करीब 10 बच्चे एग्रीकल्चर विषय लेकर पढ़ाई कर रहे हैं, लेकिन उनके भविष्य के साथ स्कूल में खिलवाड़ किया जा रहा है। सालभर से इन बच्चों को दूसरी फैकल्टी वाले शिक्षक पढ़ा रहे हैं। ऐसे में इन बच्चों का रिजल्ट कैसे बेहतर हो सकता है, इसका अंदाजा लगाया जा सकता है।
नहीं मिल रही बसों की सुविधाएं-
सीएम राईज स्कूल में प्रावधान है कि बच्चों को उनके गांव एवं घरों से लाने के लिए बसों का संचालन भी किया जाएगा, लेकिन रेहटी स्थित सीएम राईज स्कूल में अब तक यहां के जिम्मेदार बसों की व्यवस्थाएं नहीं कर सकें हैं। स्कूल में पढ़ने के लिए रेहटी तहसील के कई गांवों से बच्चे आते हैं, लेकिन उन्हें अपनी सुविधाओं से ही स्कूल आना पड़ रहा है।
इनका कहना है-
स्कूल का संचालन शासन के नियमों के अनुसार किया जा रहा है। अव्यवस्थाओं जैसी कोई बात नहीं है। एग्रीकल्चर विषय पढ़ाने के लिए जो योग्यता होनी चाहिए उस योग्यता के अनुसार कोई भी आवेदन नहीं आया, इसके कारण शिक्षक की भर्ती नहीं हो सकी है, लेकिन हमारे पास जो स्टॉफ है उनसे ही क्लास लगवाई जा रही है।
– चंद्रपाल चौहान, प्राचार्य, सीएम राईस स्कूल, रेहटी

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