जिला गठन के पूर्व के राजस्व अभिलेखों के 49 बस्ते कलेक्टर कार्यालय लाए गए
जांजगीर-चांपा
बिलासपुर राजस्व संभाग के आयुक्त डॉ संजय अलंग एवं कलेक्टर जितेन्द्र कुमार शुक्ला द्वारा बिलासपुर संभागीय कार्यालय से दस्तावेज लाने के निर्देश दिये गये थे। जिसके लिए प्रभारी अधिकारी, अभिलेखागार शाखा डॉ0 सुमित कुमार गर्ग को जिम्मेदारी दी गई थी। जिला प्रशासन की पहल पर जिले वासियों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए जिला गठन के पूर्व के जांजगीर-चांपा जिले से संबंधित राजस्व अभिलेखों के 49 बस्ते जांजगीर कलेक्टर कार्यालय में लाए गए। इन राजस्व अभिलेखों के उपलब्ध होने से आवेदकों को दस्तावेज की नकल प्राप्त करने और जाति प्रमाण पत्र बनवाने में सहुलियत होगी।
उल्लेखनीय है कि मई 1998 में जांजगीर-चांपा जिले का गठन बिलासपुर जिले से पृथक कर किया गया था। जांजगीर-चांपा जिले के कुछ राजस्व अभिलेख विभिन्न कारणों से बिलासपुर जिले के अभिलेखागार में ही रह गये थे। जिसके कारण जिले के कुछ प्रार्थियों को विभिन्न प्रयोजनों के लिए राजस्व अभिलेखों की नकल प्राप्त करने में कठिनाईयों होती थी।
बिलासपुर से दस्तावेज वापस लाने के लिए दल गठन किया गया था। जिसमें जिला कार्यालय के कर्मचारी मनीराम खाण्डेकर, प्रेमसिंह सिदार, प्रमोद कुमार वर्मा, श्रीमती सुनीता ध्रुव, सत्यनारायण राठौर, लीलजाराम जोगी, राकेश कुमार कैवत्र्य, अरविन्द खाण्डे दल में शामिल थे। जिले के समस्त तहसीलों के राजस्व अभिलेख बी-1. खसरा पांचशाला, पुराने राजस्व प्रकरण, मिसल अभिलेख, अधिकार अभिलेख, निस्तार पत्रक इत्यादि 49 बस्तों के रूप में वापस जिला कार्यालय में लाया गया।