कैंसर दिवस पर आईएमए ने किया वेबीनार का आयोजन

रायपुर
इंडियन मेडिकल एसोसिएशन रायपुर ने विश्व कैंसर दिवस के अवसर पर 4 फरवरी को आम जन में कैंसर के प्रति जागरूकता हेतु वेबीनार का आयोजन किया, जिसमें शहर की वरिष्ठ स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ आशा जैन , वरिष्ठ कैंसर सर्जन डॉ यूसुफ मेमन तथा वरिष्ठ कैंसर सर्जन डॉ मऊ राय , कैंसर विशेषज्ञ डॉ रवि जायसवाल ने महिलाओं में सबसे अधिक होने वाले स्तन कैंसर और गर्भाशय के मुंह के कैंसर से बचाव, कैंसर की समय पर पहचान तथा आधुनिक उपचार के बारे में जानकारी दी गई।
स्त्रियों में होने वाले कैंसर में स्तन कैंसर तथा गर्भाशय के मुख का कैंसर सबसे अधिक पाया जाता है । विश्व में होने वाली सभी कैंसर तथा कैंसर से होने वाली मौतों में से 25त्न से भारत में होती है। यदि कैंसर की पहचान कैंसर की पूर्व अवस्था में ही कर ली जाए तो 97त्न से अधिक व्यक्तियों में कैंसर को खत्म किया जा सकता है, परंतु यदि कैंसर होने के बाद उसकी पहचान होती है तो हम सिर्फ इतनी ही बात कर पाते हैं कि, व्यक्ति का जीवन अब कितना बचा हुआ है। अत: बेहतर है कि कैंसर को रोकने के लिए अपनी दिनचर्या को स्वास्थ्यवर्धक बनाया जाए ।
डॉक्टर मऊ राय तथा डॉ आशा जैन ने जानकारी दी कि कैंसर क्या है और कैसे बनता है और मरीज स्वयं को जांच कैसे करें। चिकित्सकों ने बताया की कई कारणों से कोशिकाओं में स्थित जींस को क्षति पहुंचने पर सामान्य कोशिकाएं अनियंत्रित रूप से बढ?े लगती हैं। यही कैंसर है। इस क्षति के मुख्य कारण गलत आधुनिक जीवन शैली , मिलावटी और पैकेट बंद खाद्य पदार्थों का सेवन, विकिरण, प्रदूषण, तंबाकू , मोटापा, कुछ वायरल इनफेक्शन तथा असुरक्षित यौन संबंध है। कुछ कैंसर अनुवांशिक होते हैं।
डॉक्टर मऊ राय तथा डॉ यूसुफ मेमन ने कैंसर की जांच और आधुनिक इलाज जैसे कीमोथेरेपी रेडिएशन थेरेपी तथा टारगेटेड थेरेपी के बारे में भी जानकारी दी । उन्होंने इस बार पर विशेष जोर दिया कि अब कैंसर सर्जरी में कम से कम चीर फाड़ के साथ यह कोशिश की जाती है कि अंगों को विशेषकर स्तन को बचाया जा सके और बीमारी से छुटकारा भी पाया जा सके, ताकि कैंसर से छुटकारा पाने के बाद भी महिलाओं की शारीरिक बनावट में कोई बदलाव ना आए और उन्हें किसी तरह की मानसिक समस्या का सामना न करना पड़े।