अंतागढ़ से शुरू हुई पदयात्रा अपने अंतिम पड़ाव बस्तर में किया प्रवेश

जगदलपुर
रावघाट रेललाइन के निर्माण में देरी के विरोध में तीन अप्रैल को अंतागढ़ से शुरू हुई पदयात्रा अपने अंतिम पड़ाव में पंहुच गया है। शनिवार देर शाम को पदयात्री बस्तर जिले में प्रवेश किया। दोपहर में कोंडागांव जिले की सीमा पर ग्राम घोड़ागांव में विश्राम करने के बाद शाम को पदयात्रा आगे के लिए रवाना हुई, और देर शाम भानपुरी पहुंची। रविवार को भानपुरी से पदयात्रियों का जत्था बस्तर के लिए रवाना हो गया है, आज देर शाम तक पदयात्रा बस्तर पहुंचकर विश्राम करेगा। इसके बाद सोमवार 11 अप्रैल को आगे की पदयात्रा अपने अंतिम पड़ाव जगदलपुर शहर के बाहरी क्षेत्र कुम्हड़ाकोट के लिए शुरू होगी।
उल्लेखनीय है कि अंतागढ़ से 173 किलोमीटर की दूरी तय कर 12 अप्रैल को पदयात्रा जगदलपुर में दंतेश्वरी मंदिर प्रांगण में संपन्न होगी, 11 अप्रैल को पदयात्रा शहर में पहुंच जाएगी लेकिन शहर के बाहरी क्षेत्र कुम्हड़ाकोट में रात्रि विश्राम के बाद दूसरे दिन सुबह शहर में पदयात्रा कर इसका समापन किया जाएगा। इस अवसर पर सिरहासार चौक के समीप राजा रुद्रप्रतापदेव टाउन क्लब परिसर में जनसभा का आयोजन भी किया गया है। इसमें सर्व संगठन, सर्व समाज, बस्तर रेल आंदोलन समिति के प्रतिनिधि जुटेंगे। जहां रावघाट-जगदलपुर रेललाइन •े निर्माण को लेकर आंदोलन का पहला चरण संपन्न होगा, तथा आगे की रणनीति बनाई जायेगी।